प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हराने का माद्दा रखती हैं प्रियंका गाँधी। यदि वाराणसी से चुनाव लड़ी तो प्रियंका की जीत पक्की – संजय राऊत
राऊत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेठी और रायबरेली जितना भी भाजपा के लिए मुश्किल
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने दावा किया है कि अगर प्रियंका गांधी आगामी लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी, तो पक्का जीत जाएंगी। वाराणसी के लोग प्रियंका गांधी को चाहते हैं।
संजय राउत ने सोमवार को यह भी दावा किया कि 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए वाराणसी के अलावा रायबरेली और अमेठी सीट जीतना काफी मुश्किल है। वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी लगातार दो बार से जीतते आ रहे हैं, इस बार भी वे यहीं से चुनाव लड़ेंगे।
रायबरेली और अमेठी कांग्रेस की परंपरागत सीट मानी जाती है। साल 1999 में सोनिया गांधी यहां से पहली बार सांसद बनी थीं। उसके बाद से उनकी जीत का सिलसिला जारी है। वहीं, राहुल गांधी अमेठी सीट पर जीतते रहे, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी उन्हें करीब 50 हजार से ज्यादा वोटों से हराकर पहली बार लोकसभा पहुंचीं।
वहीं शरद पवार और अजित पवार के बीच सीक्रेट मुलाकात पर राउत ने कहा अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ मिल सकते हैं तो शरद और अजित क्यों नहीं मिल सकते?
शनिवार 12 अगस्त की शाम को कोरेगांव पार्क इलाके के लेन नंबर 3 स्थित एक बिजनेसमैन के बंगले पर शरद पवार और अजित पवार के बीच गुप्त मुलाकात हुई थी। संजय राउत ने इस पर कहा कि मुझे लगता है शरद पवार ने अजित पवार को I.N.D.I.A की तीसरी बैठक के लिए न्यौता दिया है।
2 जुलाई को अजित पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के आठ विधायकों के साथ भाजपा-शिवसेना के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए थे। गठबंधन सरकार में उन्हें दूसरा उपमुख्यमंत्री बनाया गया। देवेन्द्र फडणवीस पहले से महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री हैं। राकांपा में फूट पड़ने के बाद शरद पवार और अजित पवार की ये चौथी मुलाकात थी।