कल्याण – डोंबिवली महानगर पालिका में भी 40 प्रतिशत कमीशन पर चल रहा कामकाज – राजू पाटिल
डोंबिवली में बड़े पैमाने पर रास्तों में गड्ढों का साम्राज्य, ऑटो मोड पर है कंडोमपा का कामकाज। मनसे विधायक का सनसनी खेज आरोप
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
डोंबिवली – गड्ढे भरने में ली जाती है 40 फीसदी रिश्वत! मनपा आयुक्त अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन यहां के अधिकारियों ने कल्याण डोंबिवली को प्रकृति पर छोड़ दिया है। मनसे विधायक राजू पाटिल ने आलोचना करते हिये कहा है कि कल्याण – डोंबिवली महानगर पालिका ऑटो मोड पर चल रही है। कल्याण डोंबिवली शहर में सड़कों पर गड्ढों से नागरिकों को परेशानी हो रही है, इन गड्ढों के कारण हुए हादसों में कई बाइक सवारों की मौत हो चुकी है। हालांकि महानगर पालिका का दावा है कि गड्ढे भरने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है, लेकिन हकीकत में यह काम कछुआ चाल से चल रहा है। इससे नागरिकों को काफी कष्ट सहना पड़ता है।
इस बारे में बात करते हुए मनसे विधायक राजू पाटिल ने कहा कि यह शर्म की बात है कि हर साल गड्ढे भरने के लिए टेंडर निकाले जाते हैं। 40 प्रतिशत सड़क कार्यों में रिश्वत ली जाती है, इसलिए ठेकेदार पर प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है और न ही कार्य में गुणवत्ता है। महानगर पालिका के पास कोई अद्यतन व्यवस्था नहीं है। इच्छा शक्ति का हिस्सा है, ठाणे के कमिश्नर अच्छे हैं, नवी मुंबई में भी उन्होंने अच्छा काम किया, लेकिन कल्याण डोंबिवली को प्रकृति पर छोड़ दिया गया है। महानगर पालिका ऑटो मोड पर चल रही है। मनसे विधायक राजू पाटिल ने आलोचना करते हुए कहा कि कोई किसी से कम नहीं है।
राजू पाटिल नें सरकार पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि चुनाव की पृष्ठभूमि में मोठागांव, मानकोली पुल खोला जायेगा, हालांकि डोंबिवली के लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ेगा क्योंकि पुल तक पहुंचनें का मार्ग तैयार नहीं हैं। मनसे विधायक राजू पाटिल ने मानकोली की ओर से डोंबिवली मानकोली पुल का निरीक्षण किया जिसमें पाया गया कि अभी मानकोली पुल तैयार तो है, लेकिन पुल तक आने-जाने वाली सड़कें अभी तक तैयार नहीं हो पाई हैं। सरकार के पास कोई योजना नहीं है, इन सड़कों को पहले से तैयार करना जरूरी था। विधायक पाटिल ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार इस काम को चुनाव तक खींचना चाहती है।