लोग कीड़े-मकौड़े और चींटियों की तरह मर रहे हैं और निरंकुश सत्ताधारी भाजपा इससे सहज नहीं है, वह केवल दूसरे दलों को तोड़ने में लगी हुई है – मनसे
उद्धव ठाकरे तों खिलाफ थे ही, अब मनसे भी हुईं भाजपा से नाराज। अमित ठाकरे के ट्वीट पर भाजपा हुईं हमलावर
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना नेता और मनसे प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी को तोड़ने चिंता में इर्शालवाडी की अनदेखी की गई, जिसकी वजह से 27 लोगों की जान गयी और सैकडों लोगों को विस्थापित होना पड़ा। अमित ठाकरे के इस ट्वीट पर जवाब देते हुए भाजपा ने भी ट्वीट कर कहा कि जैसे टोल बूथ तोड़तें हैं, इसकी बजाय कुछ बनाना सीखें, साथ ही तोड़फोड़ करने वालें मनसे पदाधिकारियों को चेतावनी दी कि कानून सबके लिए बराबर है। भाजपा की इस चेतावनी भरे ट्वीट के बाद मनसे ने फिर ट्वीट करते हुए कहा कि जब हमारे लोग बस दुर्घटनाओं में मरते हैं और उनका अंतिम संस्कार चल रहा होता है, इस बीच पार्टी तोड़कर मंत्रियों को कैसे सपथ दिलाई जाती है? यह सवाल पूछकर मनसे ने भी भाजपा से पंगा लें लिया है।
राज्य में सत्ता हस्तांतरण के बाद से ही भाजपा – मनसे में नजदीकियां बढ़ रही थी। देवेन्द्र फड़णवीस और राज ठाकरे की दो-तीन बार मुलाकात हुई, पत्र-व्यवहार भी हुआ। लेकिन जैसे ही राजनीतिक समीकरण बदले तो दोस्तों के बीच दरार फिर से बढ़ने लगी। मनसे को अजित पवार का गठबंधन सरकार को समर्थन पसंद नहीं आया। राज ठाकरे ने भी इस पर सार्वजनिक रूप से नाराजगी जताई और भाजपा और शिंदे गुट पर जमकर निशाना साधा। इसमें अमित ठाकरे ने इर्शालवाड़ी हादसे पर सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यदि पार्टीओं को तोड़कर सरकार में शामिल करने पर ध्यान न देकर राज्य की समस्याओं पर ध्यान दिया गया होता, तों हुआ तो इर्शालवाड़ी जैसी दुर्घटना से बचा जा सकता था। अमित ठाकरे की आलोचना भाजपा को रास नहीं आई। इतना ही नहीं अमित ठाकरे का टोल बूथ तोड़फोड़ मामला भी सामने आने पर भाजपा ने आलोचना करने का मौका नहीं छोड़ा। इस बीच इन सभी घटनाओं ने भाजपा और मनसे को आमने-सामने ला दिया है।
अमित ठाकरे के साथ अपमानजनक व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए मनसे पदाधिकारियों ने समृद्धि हाईवे पर टोल बूथ तोड़ दिये। इस मामले में नासिक पुलिस ने संबंधितों के खिलाफ मामला दर्ज कर आठ लोगों को हिरासत में लिया है। मंगलवार को भाजपा ने अमित ठाकरे को खास अंदाज में ट्वीट कर कहा कि अमित ठाकरे टोल नाका तोड़ना राजनीति की परिभाषा नहीं है, कभी-कभी कुछ जोड़ने की क्रिया भी करनी चाहिए।
अमित ठाकरे को लेकर भाजपा के इस ट्वीट का मनसे ने जवाब देते हुए कहा कि पार्टी तोड़कर सत्ता स्थापित करने का बयान इतना दूरगामी है कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी की पूरी ताकत 31 साल के युवा के विरोध में खड़ी हो गई है। और हां, अगर कानून व्यवस्था को लेकर इतनी ही चिंता है तो महाराष्ट्र में लड़कियों के लापता होने की दर क्यों बढ़ रही है? दिनदहाड़े लड़कियों पर हमले क्यों हो रहे हैं? जब एक तरफ लोग बस दुर्घटनाओं में मरते हैं और उनका अंतिम संस्कार चल रहा होता है, तभी दूसरी राजनैतिक पार्टीयों को तोड़कर मंत्रियों को शपथ कैसे दिलाई जाती है? भाजपा को कड़ा जवाब देते हुए यह भी कहा कि लोग कीड़े-मकौड़े और चींटियों की तरह मर रहे हैं और निरंकुश सत्ताधारी पार्टी, जो इससे सहज नहीं है, पार्टी को तोड़ने में लगी हुई है।