राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे को भेजा गठबंधन का न्योता? राजनितिक गालियारों में चर्चा तेज
राज ठाकरे के करीबी अभिजीत पानसे ने कहा, मैं अपने राजनितिक गुरु संजय राऊत से मिलने सामना कार्यालय आया था
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – महाराष्ट्र की राजनीती में चल रही उठापठक के मद्देनजर शिवसेना उद्धव गुट और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना दोनों दलों को एक हो जाना चाहिए, ऐसी चर्चाओं के बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे के विश्वासपात्र अभिजीत पानसे शिवसेना के मुखपत्र समाना कार्यालय में शिवसेना ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत से मिलने पहुंचे। इसके बाद इन चर्चाओं ने जोर पकड़ लिए कि पानसे मनसे और ठाकरे गुट के बीच गठबंधन का प्रस्ताव लेकर संजय राउत से मिलने आए थे। अब इस बात को लेकर बहस चल रही है कि क्या बदले हुए राजनीतिक समीकरणों के बीच राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे एक साथ आएंगे। पत्रकारों के पूछने पर अभिजीत पानसे ने इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए मीडिया के सवालों का जवाब दिया।
पत्रकारों ने पानसे से सवाल किया की क्या आप संजय राउत के पास मनसे-ठाकरे गठबंधन का प्रस्ताव लेकर आए थे? इस सवाल पर अभिजीत पानसे ने कहा कि नहीं, मैं मनसे पार्टी का इतना बड़ा नेता नहीं हूँ, मैं राज ठाकरे का कट्टर सिपाही हूं। इसलिए फिलहाल मुझे नहीं पता है कि वह समय आएगा भी या नहीं। अगर गठबंधन पर चर्चा करनी है तो राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे खुद इस पर बात करेंगे। इस पर चर्चा के लिए वे मुझ जैसे कार्यकर्ता को कत्तई नहीं भेजेंगे।
मैं अपने निजी काम के चलते संजय राउत से मिलने सामना कार्यालय आया था, इसकी अलग-अलग व्याख्या न करें। इस मुलाकात का राजनीती से कोई लेना-देना नहीं है। संजय राउत से मेरा बहुत पुराना रिश्ता है, या यूं क़ह लीजिये संजय राऊत मेरे राजनितिक गुरु हैं। इसलिए मैं अपने किसी निजी काम के लिए उनसे मिलना चाहता था, अभिजीत पानसे ने कहा।
मैं लंबे समय से संजय राउत से नहीं मिला था। मैं उनसे घर पर मिलने जा रहा था, लेकिन सामना ऑफिस आया क्योंकि मुझे पता चला कि वह सामना ऑफिस में ही हैं, अभिजीत पानसे ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा।