अध्यक्ष पद पर वापसी के बाद एक्शन में पवार, पार्टी में संगठनात्मक बदलाव के दिए संकेत
मुंबई में हुईं बैठक में जयप्रकाश दांडेगांवकर को राज्य का रिटर्निंग अधिकारी तो दिलीप वलसे पाटिल को मुंबई का प्रभारी बनाया। राज्य सरकार के कई फैसलों पर भी हुईं चर्चा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – महाराष्ट्र की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अब कायाकल्प होने जा रहा है। जिला स्तर से लेकर राज्य और केंद्रीय स्तर तक पार्टी का आमूल चूल बदलाव होने जा रहा है। खुद पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने इसके संकेत दिए हैं। पार्टी अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा वापस लेने के 2 सप्ताह बाद पार्टी अध्यक्ष शरद पवार पार्टी संगठन को पुनर्जीवित करने और आतंरिक पार्टी चुनाव कराने के लिए तैयार हैं। शरद पवार ने इसके लिए पूर्व कैबिनेट मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को जिलेवर जिम्मेदारी सौंपी है।
संगठन में फेरबदल का फैसला शरद पवार की अध्यक्षता में मुंबई स्थित वाई. बी. चव्हाण सेंटर में हुईं बैठक के दौरान किया गया। बैठक में अगले साल होने वाले लोकसभा, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और महाराष्ट्र सरकार के कामकाज सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
इस बैठक में विपक्ष के नेता अजित पवार, राकांपा के केंद्रीय नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल समेत छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल, सुनील तटकरे, जीतेन्द्र आव्हाड़,सुप्रिया सुले और फ़ौजिया खान भी शामिल रहे। पार्टी की कोर कमिटी ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के निलंबन को रद्द करने के शिंदे – फडणवीस सरकार के फैसले पर भी सवाल उठाये, जिसे उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली मवीआ सरकार के पतन के लिए जिम्मेदार बताया।
पार्टी प्रवक्ता महेश तापसे ने बताया कि इस बैठक में पार्टी संगठन में बदलाव को लेकर चर्चा हुईं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जिस तरह का राजनितिक बदलाव हुआ, वही बदलाव महाराष्ट्र में भी हो सकता है इस पर भी चर्चा की गई। तापसे ने आगे कहा कि जयप्रकाश दांडेगांवकर को राज्य भर में संगठनात्मक चुनाव कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि मुंबई में आतंरिक चुनाव कराने की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री दिलीप वलसे पाटिल को दी गई है।
तापसे ने कहा कि दांडेगांवकर बाकि महाराष्ट्र के लिए रिटर्निंग ऑफिसर होंगे, जबकि वलसे पाटिल मुंबई के प्रभारी होंगे। इसके अलावा पूर्व कैबिनेट सदस्यों को उनके सम्बंधित लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों में संगठनात्मक मामलों की देखरेख के लिए जिलों का प्रभार सौंपा गया है।
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी को उम्मीद है कि ये सभी नेता पुरे राज्य का दौरा करेंगे और पार्टी नेताओं और पार्टी से जुड़े संगठनों के बिच समन्वय स्थापित कर अगले दो महीनों में हर निर्वाचन क्षेत्र में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जाएगी।