मुख्यमंत्री के गृह जिले में अपराधों के बढ़ते ग्राफ का चौंकाने वाला लेखाजोखा
साल भर में 355 बाललैंगिक अत्याचार तो 1397 अपहरण के मामले दर्ज
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – एक हालिया रिपोर्ट से पता चला है कि पिछले एक साल के दौरान ठाणे जिले के विभिन्न पुलिस आयुक्तालयों की सीमा में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं की संख्या चिंताजनक है। इस बीच जिला प्रशासन द्वारा जारी वार्षिक सांख्यिकीय रिपोर्ट से पता चला है कि ठाणे जिले में एक साल की अवधि में 355 नाबालिग बच्चों के यौन शोषण और 1 हजार 397 बच्चों के अपहरण के चिंताजनक मामले सामने आए हैं। इससे जिले में नाबालिग बच्चों की सुरक्षा का मुद्दा अहम होता जा रहा है।
ठाणे जिला प्रशासन साल भर में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अत्याचारों को रिकॉर्ड करता है। यह रिपोर्ट उन अपराधों की जिला प्रशासन द्वारा तैयार की जाती है जो ठाणे जिले में ठाणे शहर, ग्रामीण और नवी मुंबई पुलिस आयुक्तालय की सीमा के भीतर दर्ज किए जाते हैं। कोरोना काल के दौरान देखा गया कि ठाणे जिले में नाबालिग बच्चे अपराध के जाल में फंस गए, इन सभी बच्चों को इससे बाहर निकालने के लिए जिला महिला विकास प्रभाग द्वारा विभिन्न उपाय लागू किये गये हैं। साथ ही कई बच्चों को बाल सुधार गृह और कुछ को बाल गृह में भी भेजा गया। लेकिन कुछ बाल गृहों में इन नाबालिगों के साथ दुर्व्यवहार की कई घटनाएं हुईं। इसके चलते जिले में छोटे बच्चों की सुरक्षा का मुद्दा हमेशा चर्चा में रहता है।
कुछ दिनों पहले एक चौंकाने वाली खबर आई थी कि जिले में पिछले एक साल के दौरान ढाई हजार से ज्यादा महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न, मारपीट, दहेज और वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेला गया है। इस बीच यह बात सामने आई है कि पिछले एक साल में जिले में 355 नाबालिगों के साथ यौन उत्पीड़न किया गया है। ये सभी अपराध ठाणे जिले के ठाणे ग्रामीण, नवी मुंबई और ठाणे सिटी पुलिस आयुक्तालय सीमा में दर्ज किए गए हैं। जिला महिला बाल विकास विभाग द्वारा बताया गया है कि जिला महिला बाल विकास विभाग बच्चों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार को रोकने तथा दुर्व्यवहार के बाद नाबालिग बच्चों के पुनर्वास के लिए कार्य कर रहा है।
जिन बेसहारा नाबालिगों के माता-पिता नहीं हैं, उनके साथ किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार की स्थिति में, उन्हें जिला महिला बाल विकास विभाग के अधिकार क्षेत्र में बाल गृह की निगरानी में रखा जाता है। लेकिन वर्तमान में अक्सर यह बात सामने आई है कि जिले में बाल गृहों की संख्या भी कम है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो साल भर में ठाणे शहर में 11 हत्यायें, 355 – यौन उत्पीड़न,1 हजार 397 – अपहरण,14 – परित्याग और 244 मारपीट के मामले दर्ज किये गये हैं।