शिवसेना पार्टी की ऑफिसियल आईडी और पासवर्ड को लेकर शिंदे-ठाकरे गुट आमने – सामने
शिंदे गुट ने ठाकरे गुट पर आईडी और पासवर्ड के दुरूपयोग का लगाया आरोप। जाँच में जुटी मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा, साइबर एक्सपर्टस की भी लेगी मदद
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – चुनाव आयोग और उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने यह तय कर दिया था कि शिंदे गुट ही असली शिवसेना है। इसके बावजूद भी ठाकरे गुट द्वारा टीडीएस और आयकर रिटर्न्स के लिए शिवसेना पार्टी की लॉगिन आईडी और पासवर्ड का दुरूपयोग करने का आरोप लगाते हुए शिंदे गुट की ओर से पुलिस आयुक्त से शिकायत किए जाने के बाद मामले को आगे की जांच के लिए मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद अब वित्तीय अपराध शाखा ने इस मामले में प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस खबर की पुष्टि की है। क्या शिवसेना की लॉगिन आईडी और पासवर्ड का दुरुपयोग किया गया? ये किसने किया? टीडीएस और आयकर की राशि का भुगतान किस बैंक खाते से किया गया? क्या इस मामले में कोई संज्ञेय अपराध किया गया है? इसका सत्यापन किया जा रहा है। चूंकि इस मामले में तकनीकी जांच की जरूरत है, इसलिए साइबर पुलिस की मदद भी ली जाएगी। वित्तीय अपराध शाखा को प्राप्त शिकायतों के मामले में सबसे पहले प्रारंभिक जांच की जाती है। आरोप सही पाए जाने के बाद ही इस मामले में केस दर्ज किया जाता है।
एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना पार्टी और चुनाव चिन्ह पर विवाद हो गया। हालांकि बाद में केंद्रीय चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को शिवसेना के नाम और पार्टी का चुनाव चिन्ह धनुष – बाण सौंपा। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विधायक अयोग्यता मामले में एकनाथ शिंदे के पक्ष में फैसला सुनाया। शिंदे गुट के किरण पावस्कर, कोषाध्यक्ष बालाजी किनिकर और सचिव संजय मोरे ने 30 जनवरी को मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर से मुलाकात की और ठाकरे गुट द्वारा आयकर विभाग के लॉगिन और पासवर्ड के दुरुपयोग की शिकायत की। इस शिकायत के बाद शिंदे गुट की ओर से मांग की गई कि इस मामले में केस दर्ज किया जाए।
मुंबई पुलिस कमिश्नर से शिकायत किए जाने के बाद मामले को आगे की जांच के लिए मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद अब वित्तीय अपराध शाखा ने इस मामले में प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है।