अमूल के नाम पर नकली मक्खन बनाने वाली कंपनी का भंडाफोड़
कल्याण क्राइम ब्रांच और खाद्य एवं औषधि प्रशासन टीम की संयुक्त कार्यवाई। दो लोगों को गिरफ्तार कर 3 लाख का कच्चा माल किया जब्त। आगे की जाँच में जुटी पुलिस
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
डोंबिवली – कल्याण अपराध शाखा टीम ने मंगलवार को काटई-बदलापुर रोड पर स्थित खोणी गांव इलाके में एक निर्माणाधीन इमारत में नकली मक्खन बनाकर अमूल कंपनी के नाम पर बेचने की कोशिश कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस और खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों ने फैक्ट्री पर छापा मारकर उनके पास से करीब तीन लाख का कच्चा माल जब्त किया है।
कल्याण क्राइम ब्रांच के कांस्टेबल दत्ताराम भोसले को गुप्त जानकारी मिली कि डोंबिवली के पास खोणी गांव में तरंग होटल के पास संतलाल शर्मा की निर्माणाधीन इमारत में नकली मक्खन बनाने की गैरकानूनी फैक्ट्री चलाई जा रही है। अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नरेश पवार के मार्गदर्शन में एक टीम ने मंगलवार को खोणी गांव में नकली मक्खन बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा। उस समय पिंटू जिंकू यादव – 36 और प्रेमचंद फेकूराम -32 नकली मक्खन बनाते पाए गए। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और दोनों खिलाफ मानपाड़ा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया। पुलिस जांच में पता चला कि यह मक्खन इस तरह से तैयार किया जाता है कि यह मानव उपभोग के लिए हानिकारक है और इसे अमूल के नाम पर डोंबिवली, कल्याण क्षेत्र में होटल, ढाबों और चाईनिस विक्रेताओं को बेचा जाता था।
पिंटू यादव कमानी करुणा, वनस्पति खाद्य तेल, नमक, एनाट्टो खाद्य रंग के साथ शुद्ध पामोलिन के मिश्रण को मिलाता था और इसे एक टैंक में डालता था। मिश्रण को सक्शन मशीन से समरूप बनाया गया और चौकोर सांचों में डाला जाता और जमने के लिए ठंडी आलमारी में रखा जाता। जमे हुए मक्खन को निकालकर क्यूब्स में काट लिया जाता और टुकड़ों को अमूल ब्रांडेड बक्सों में पैक कर डोंबिवली, कल्याण, ठाणे क्षेत्र में होटलों, पाव भाजी विक्रेताओं, ढाबा मालिकों, बीयर बार और भेल विक्रेताओं को अमूल के नाम पर बेचा जाता था। जानबूझकर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मक्खन बेचने और फर्जी ब्रांडेड स्टीकर लगाने के मामले में पुलिस ने खाद्य अपमिश्रण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। उक्त कार्रवाई सहायक पुलिस आयुक्त नीलेश सोनावणे, वरिष्ठ निरीक्षक नरेश पवार, पुलिस निरीक्षक राहुल मस्के के नेतृत्व में संदीप चव्हाण, संजय माली, कांस्टेबल दत्तराम भोसले, बालाजी शिंदे, गुरुनाथ जारग, विलास कडू, अनुप कामत, दीपक महाजन, मेघा जाने, विजेंद्र नवसारे, सचिन वानखेड़े, मंगला गांव, अमोल बोरकर की टीम द्वारा किया गया।