शिंदे सरकार के दावों की खुली पोल, गड्ढा मुक्त सड़कें केवल कागजों तक ही सिमित 

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शिंदे सरकार के दावों की खुली पोल, गड्ढा मुक्त सड़कें केवल कागजों तक ही सिमित 

ठाणे जिले में सड़कों पर गड्ढों का साम्राज्य, वाहन चालकों में सरकारी दावों के चलते गड्ढों से निजात पाने की बढ़ी ललक 

योगेश पाण्डेय – संवाददाता 

ठाणे – ठाणे जिले में भारी और अन्य यातायात के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाले राजमार्गों सहित प्रमुख सड़कों पर गड्ढे भरने का काम कुछ दिन पहले किया गया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण भरे गए गड्ढे उखड़ने की तस्वीर सामने आ रही है। जगह-जगह गड्ढों के कारण बड़े-बड़े गड्ढे बन जाने से दुर्घटना की आशंका व्यक्त की जा रही है। ये गड्ढे हर रोज सुबह और रात को जाम का कारण बन रहे हैं। इससे वाहन चालकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर कब उन्हें गड्ढों व जाम से निजात मिलेगी।

मुंबई-नासिक राजमार्ग, मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग और शिलफाटा रोड ठाणे जिले से होकर गुजरते हैं। इन सड़कों पर भारी और हल्के वाहनों का बड़ी संख्या में परिवहन होता है। ये सड़कें सबसे व्यस्त हैं, इन सड़कों से शहर की आंतरिक सड़कें जुड़ी हुई हैं। तीन हाथ नाका से घोड़बंदर मार्ग पर घोड़बंदर और मुंबई नासिक राजमार्ग पर कासारवडवली, गायमुख क्षेत्र में मेट्रो लाइन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके कारण सड़कों पर भीड़भाड़ रहती है। इस साल बारिश के मौसम में हाईवे और मुख्य सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए, आधे से पौने घंटे की दूरी तय करने में ही वाहन चालकों को करीब दो घंटे लग जाते थे। इससे संबंधित व्यवस्था की आलोचना होने लगी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उन सड़कों का निरीक्षण कर सभी एजेंसियों को गड्ढे भरने का आदेश दिया। इसके बाद सड़कों की मरम्मत में तेजी लायी गयी, और इन गड्ढों को मैस्टिक और राडार लगाकर भर दिया गया। पिछले दिनों शुरू हुई बारिश के कारण इस सड़क पर दबे गड्ढे उखड़ गये हैं।

मुंबई नासिक राजमार्ग पर खारेगांव टोल नाका क्षेत्र, साकेत ब्रिज, आर.सी. पाटिल चौक, दिवे-अंजुर, आसनगांव, वाशिंद, कसारा में गड्ढे हैं। भरे गये गड्ढों के चलते सड़कें कुछ स्थानों पर ऊंची हो गई हैं, इसका असर यातायात पर पड़ रहा है। जिससे दुर्घटना की आशंका व्यक्त की जा रही है। घोड़बंदर रोड की भी हालत खराब है, इस मार्ग पर मानपाडा, कापूरबावडी, आर. मॉल एरिया, कासारवडवली और फ्लाईओवर पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं। साथ ही सर्विस रोड भी गड्ढों में तब्दील हो गई है। तो, ब्रह्माण्ड-हीरानंदानी एस्टेट रोड, पातलिपाड़ा क्षेत्र में बड़ी संख्या में गड्ढे हो गये हैं। कल्याण में दुर्गाडी किल्ला मार्ग, कोलसेवाड़ी, काटेमानिवली, चिंचपाड़ा, मलंगड, डोंबिवली में ठाकुर्ली, छोलेगांव रोड, वी.पी. रोड, मानपाडा रोड, एमआईडीसी की सड़कें गड्ढों से जूझ रही हैं।

मुंबई-नासिक हाईवे पर जगह-जगह गड्ढे हैं, इसके चलते दोपहर और रात में जाम से जूझना पड़ता है। हालांकि प्रशासन ने गड्ढे भरने का दावा किया है, लेकिन गड्ढे अब भी जस के तस हैं। मुंबई-नासिक राजमार्ग पहले राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधीन था। हर तीन साल में राजमार्गों को मजबूत करने की जरूरत है। 2016 के बाद संबंधित प्राधिकरण ने सड़क को मजबूत नहीं किया। 2021 में इस राजमार्ग को राज्य सड़क विकास निगम को हस्तांतरित कर दिया गया। सुदृढ़ीकरण न होने से गड्ढे हो रहे हैं। राज्य सड़क विकास निगम के एक इंजीनियर ने जवाब देते हुए कहा कि इन गड्ढों को भरने का काम चल रहा है।

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