महिला अत्याचार के बाद हत्या के मामलों में भी मुंबई नंबर वन
पिछले 8 महीनों के आंकड़ों में हत्या और हत्या की कोशिश में मुंबई पहले तो नागपुर दूसरे स्थान पर। पुणे और ठाणे शहर भी क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – राज्य में पिछले आठ महीनों में अपराध में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है। हत्या की घटनाओं में मुंबई शहर पहले और नागपुर दूसरे स्थान पर है, जबकि पुणे तीसरे और ठाणे जिला चौथे क्रमांक पर है। सबसे अधिक हत्याएं मुंबई – 85 और उसके बाद नागपुर – 57 में दर्ज हुई हैं। उक्त जानकारी महाराष्ट्र पुलिस की वेबसाइट के जरिये सामने आई है।
पिछले आठ महीनों में राज्य में हत्या और हत्या के प्रयास की घटनाएं सबसे ज्यादा हैं। जो नरसंहार हुआ उसके लिए कई कारण बताए गए हैं इनमें शत्रुता, गुट बाजी, राजनीतिक द्वेष, युवा पुरुषों और महिलाओं के बीच प्रेम, विवाहित महिलाओं और पुरुषों के बीच अनैतिक संबंध, धार्मिक संघर्ष, पारिवारिक विवाद, संपत्ति विवाद और अन्य कारण शामिल हैं। हालांकि राज्य में ज्यादातर हत्याएं शादीशुदा जोड़ों के अनैतिक संबंधों के कारण होती हैं। राज्य में ज्यादातर हत्याएं पत्नी के दूसरे पुरुषों के साथ या पति के किसी अन्य विवाहित महिला के साथ अनैतिक संबंध के कारण भी होती हैं। पति के उसके प्रेमी के साथ संबंध के संदेह के कारण पत्नी की हत्या के मामलों में भी वृद्धि हुई है। पिछले आठ महीनों में सबसे ज्यादा 85 हत्याएं और 184 हत्या की कोशिशें मुंबई में हुई हैं। नागपुर में 57 हत्याएं और 75 हत्या के प्रयास हुए। पुणे शहर में 54 हत्याएं और 165 हत्या के प्रयास के मामले सामने आए हैं, जबकि ठाणे शहर में 48 हत्याएं और 91 हत्या के प्रयास हुए हैं। हत्या की घटनाओं के बाद राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो गया है।
आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ थाने में शिकायती आवेदन देने पर पुलिस गंभीरता नहीं दिखाती है, ऐसी शिकायतों पर तुरंत ध्यान नहीं दिया जाता। इससे अपराध में वृद्धि होती है। साथ ही अपराधियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई भी समय पर नहीं हो पाती है, इससे अपराधियों का हौसला भी बढ़ता है।