अजित पवार गुट के नेताओं को फडणवीस का सख्त निर्देश
अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाने का सपना न देखें, पवार को भी पता है वे मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे। शिंदे ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री इस मुद्दे को लेकर शिवसेना – भाजपा और राकांपा – अजित पवार गुट की तिकड़ी में तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। खबर है कि राकांपा गुट की ओर से बार – बार अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाये जाने के दावों को लेकर एक ओर जहाँ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खेमा बेहद नाराज चल रहा है, वहीं दूसरी ओर भाजपा डैमेज कण्ट्रोल करती नजर आ रही है।
राकांपा कोटे से मंत्री अनिल पाटिल का कहना था कि सड़कों से लेकर दिल्ली तक सभी को लगता है कि अजित पवार को राज्य का मुख्यमंत्री होना चाहिए। दिल्ली में यह सभी नेता कौन हैं… यह बताने की जरुरत नहीं है। सभी यही चाहते हैं कि अजित पवार को मुख्यमंत्री होना चाहिए।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम चाहते है कि अजित पवार मुख्यमंत्री बनें। हालांकि इसके लिए 145 विधायकों की जरुरत होगी, और यदि हमारे पास 145 विधायक जुट जाते हैं तों अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाने से कोई नहीं रोक सकता है। अभी हमारे पास संख्याबल नहीं है, इसलिए हमने शिंदे सरकार को समर्थन दिया है। अनिल पाटिल के अलावा राकांपा कैंप के कई नेता अजित पवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर दिखाने की कोशिश में हैं।
भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राकांपा नेताओं को इस तरह के बयान जारी नहीं करने की सलाह दी है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण की तरफ से भी किये गये मुख्यमंत्री पद में बदलाव के दावे का भी फडणवीस ने खंडन किया। फडणवीस ने कहा कि महायुती का नेता होने के नाते मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने रहेंगे और इसमें कोई बदलाव नहीं किया जायेगा।
फडणवीस ने यह भी दावे के साथ कहा कि अजित पवार को पहले से ही पता था कि वे मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। 2 जुलाई को अजित पवार ने राकांपा से बगावत कर अपने आठ सहयोगी विधायकों के साथ शिंदे – फडणवीस सरकार को समर्थन दिया था और राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की सपथ ली थी।