राज ठाकरे की मनसे को एनडीए में शामिल नहीं करना चाहिए, बल्कि शरद पवार को महायुति में शामिल करना फायदेमंद होगा – रामदास आठवले
अपने राजनितिक नुकसान की चिंता को लेकर मनसे के एनडीए में शामिल होने पर भड़के केंद्रीय मंत्री आठवले। लोकसभा की 2 और विधानसभा की 8 सीटों पर चुनाव लड़ने की जताई इच्छा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – 2024 लोकसभा चुनावों से पहले महाराष्ट्र के सत्ताधरी महायुति यानी एनडीए में राज ठाकरे की एंट्री की चर्चाओं पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने प्रतिक्रिया दी है। आरपीआई (ए) के अध्यक्ष रामदास आठवले ने कहा है कि राज ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल नहीं किया जाना चाहिए। अठावले ने मीडिया से कहा कि राज ठाकरे की पार्टी यदि भाजपा नीत गठबंधन से हाथ मिलाने के बजाय अकेले चुनाव लड़ती है तो उसे अधिक फायदा हो सकता है। मनसे के आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा, शिवसेना और राकांपा के ‘महायुति’ गठबंधन में शामिल होने की अटकलें चल रही हैं।
मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार ने हाल ही में राज ठाकरे से उनके मुंबई स्थित आवास पर मुलाकात की थी। सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री आठवले ने कहा कि मनसे को राजग में शामिल करने की कोई जरूरत नहीं है। मैं राजग के साथ हूं और मनसे को गठबंधन में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी आरपीआई (ए) आगामी लोकसभा चुनाव में सोलापुर और शिरडी लोकसभा सीटों पर दावा करेगी और विधानसभा चुनाव के लिए भी कम से कम 8 से 10 सीटों पर दावा करेगी। आठवले ने कहा कि महायुति के नेताओं को लोकसभा चुनाव के लिए सीटों को अंतिम रूप देते समय आरपीआई को विश्वास में लेना चाहिए।
आठवले ने कहा कि वह वरिष्ठ राजनेता शरद पवार की वजह से राजनीति में शामिल हुए थे। पवार ने मुझे कैबिनेट में शामिल किया था। पहले मैं उनके साथ था, लेकिन मैं बाद में एनडीए गठबंधन में शामिल हो गया। पवार को भाजपा के साथ हाथ मिलाने का फैसला लेना चाहिए था। उन्होंने मराठा आरक्षण आंदोलन कार्यकर्ता मनोज जरांगे को बोलते समय सावधानी बरतने की सलाह दी। आठवले की पार्टी भी राज्य में लोकसभा चुनावों के लिए दो सीटों की मांग कर रही है। आठवले अभी राज्यसभा के सांसद हैं, वे लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाए थे। इसके बाद महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे।