अजित पवार में हिम्मत हो तो नई पार्टी और नये चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़कर दिखाएं। राज्य की जनता उन्हें उनकी असली जगह दिखा देगी – जितेंद्र आव्हाड़ 

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अजित पवार में हिम्मत हो तो नई पार्टी और नये चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़कर दिखाएं। राज्य की जनता उन्हें उनकी असली जगह दिखा देगी – जितेंद्र आव्हाड़ 

अजित पवार गुट द्वारा चुनाव आयोग में दिए हलफनामे में शरद पवार को तानाशाह बताने पर भड़के जितेंद्र आव्हाड़ कहा अजित पवार बतायें की उन्हें किसने बनाया 

योगेश पाण्डेय – संवाददाता 

ठाणे – यदि शरद पवार तानाशाह हैं तो जिस पार्टी की उन्होंने स्थापना की और जिस चुनाव चिह्न को उन्होंने पूरे देश में फैलाया है, उसका इस्तेमाल करके चुनाव क्यों लड़ रहे हो? ऐसा सवाल पूछते हुए राकांपा शरद पवार गुट के विधायक जितेंद्र आव्हाड़ ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर आप में हिम्मत है तो खुद की पार्टी और नये चुनाव चिन्ह के साथ चुनाव लड़कर दिखाएँ।

अजित पवार ने बारामती में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि आप यह सोचकर वोट करें जैसे की आप खुद चुनाव लड़ रहे हैं। इसके जवाब में जितेंद्र आव्हाड़ ने कहा कि निर्वाचन आयोग के समक्ष पात्रता और अयोग्यता को लेकर सुनवाई चल रही है। इसके मुताबिक अजित पवार गुट की ओर से सौंपे गए हलफनामे में शरद पवार पर तानाशाह होने का आरोप लगाया गया है। आरोप के मुताबिक शरद पवार किसी की नहीं सुनते, वह सारे फैसले अकेले ही लेते हैं। इस हलफनामे पर पहला हस्ताक्षर सुनील तटकरे का है, जिन्हें खुद शरद पवार दो बार पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बना चुके हैं। ऊन्हें मंत्री पद भी दिया गया, उनकी बेटी को विधायक और कैबिनेट में सम्मानजनक पद दिया गया। इतना सब दिए जाने के बावजूद भी सुनील तटकरे,शरद पवार को तानाशाह कैसे कह सकते हैं?

शरद पवार राकांपा के संस्थापक हैं, उन्होंने ही पार्टी को चुनाव चिन्ह दिया। अब अजित पवार इस पार्टी और सिंबल पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। अजित पवार हमेशा कहते हैं कि वह झूठ नहीं बोलते, तो फिर उन्हें सच बताना चाहिए कि उन्हें किसने बनाया। जहां तक उनके अपने योगदान की बात है तो इस देश में केवल दो या तीन नेता ही हैं जो विद्रोह कर जीवित बचे हैं इसमें शरद पवार सबसे आगे हैं। कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी बनाने के एक साल के भीतर ही उन्होंने पार्टी को सत्ता में बिठाया और अजित पवार को सम्मानजनक स्थान दिया।

शरद पवार के फैसले लोकाभीमुख रहे। लेकिन देवेन्द्र फड़णवीस ने आरोप लगाया है कि अजित पवार ने सुप्रमा यानी रिफॉर्म्ड एडमिनिस्ट्रेटिव अप्रूवल के नाम पर भ्रम पैदा किया है। शरद पवार पर झूठे आरोप लगाने वालों को सार्वजनिक रूप से बताना चाहिए कि वे आठ लोग कौन थे जो रोज सुबह पवार के घर जाते थे? किसी भी पार्टी को इतनी आजादी नहीं है जितनी पवार ने दी। यही उनकी सबसे बड़ी गलती थी। सब पर भरोसा करने वाले शरद पवार को धोखा दिया गया है। इसलिए अजित पवार को अब नई पार्टी के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करना चाहिए और अपने बल पर चुनाव लड़ना चाहिए। अव्हाड ने यह भी चुनौती दी है कि फिर फैसला महाराष्ट्र की जनता करेगी।

पत्रकारों द्वारा अयोग्यता के सवाल के जवाब में आव्हाड़ ने कहा कि हम जानते हैं कि निर्णय क्या होगा लेकिन, हम इससे डरने वाले नहीं हैं। वह पिता जिसने हमें बनाया, उस पिता के सामने विधायकों की क्या अहमियत? आव्हाड़ ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जिस पिता ने हमें बनाया उसके लिए मर जाना भी कबूल है।

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