पियूष गोयल के लिए कौन बनेगा बली का बकरा, पूनम महाजन या गोपाल शेट्टी?
केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल को लोकसभा टिकट देने की तैयारी के चलते सुरक्षित सीट ढूंढने में जुटी भाजपा। मध्य उत्तर मुंबई या उत्तर मुंबई पर भाजपा की नजर
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल के मुंबई से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना है। कौन सा निर्वाचन क्षेत्र उनके लिए उपयुक्त और सुरक्षित रहेगा, भाजपा इसके परीक्षण में जुट गई है। पीयूष गोयल 2010 से राज्यसभा सांसद हैं, वह लगातार तीन बार महाराष्ट्र से निर्वाचित हुए हैं। अब भाजपा उन्हें लोकसभा के मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है।
भाजपा राज्यसभा नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़वाकर राज्यसभा में नए चेहरों को मौका देने की योजना बना रही है। इसी योजना के तहत गोयल को मुंबई से लोकसभा का नामांकन दिया जा सकता है। उन्हें मध्य उत्तर मुंबई या उत्तर मुंबई निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिए जाने की संभावना है। पूनम महाजन मध्य उत्तर मुंबई से सांसद हैं जबकि गोपाल शेट्टी लोकसभा में उत्तर मुंबई निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन दोनों में से किसी एक का टिकट कटने की संभावना है।
2019 के चुनाव में गोपाल शेट्टी ने कांग्रेस की उर्मिला मातोंडकर को 4 लाख 65 हजार वोटों से हराया था। महाराष्ट्र में कोई भी उम्मीदवार इतने बड़े वोटों के अंतर से नहीं जीता था, इसलिए शेट्टी की सीट भाजपा के लिए सबसे सुरक्षित मानी जा रही है। उत्तर मध्य मुंबई से पूनम महाजन 1 लाख 30 हजार वोटों से जीतीं थी, दिलचस्प बात यह है कि शेट्टी और महाजन 2014 से सांसद हैं। दोनों नेताओं का संसद का दूसरा कार्यकाल चल रहा है। 2014 से पहले इन दोनों सीटों पर कांग्रेस के सांसद थे।
भाजपा ने राज्यसभा नेताओं और मंत्रियों को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारने की रणनीति बनाई है। पियूष गोयल केंद्र में वाणिज्य, कपड़ा, उपभोक्ता संरक्षण, खाद्य और नागरिक आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण विभाग संभालते हैं। गोयल को लेकर भाजपा इस बात पर विचार कर रही है कि उन्हें उत्तर मध्य मुंबई से मौका दिया जाए या फिर उत्तर मुंबई से टिकट दिया जाए जो सबसे सुरक्षित है।
लोकसभा चुनाव में किस सीट से कौन उम्मीदवार होगा, इसके लिए भाजपा ने सर्वे शुरू कर दिया है। इस कार्य के लिए चार कंपनियों को नियुक्त किया गया है। यह पता लगाने के लिए एक सर्वेक्षण भी चल रहा है कि सहयोगी दल शिवसेना और राकांपा के लिए कौन से निर्वाचन क्षेत्र सुरक्षित होंगे। पार्टी के मौजूदा सांसदों के प्रदर्शन का भी आकलन किया जा रहा है।