तहसीलदार कार्यालय के बाहर किसानों का अनशन
एक बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप
जब तक न्याय नहीं तब तक वोट नहीं, किसानों की भूमिका
आकीब शेख
कल्याण – वडवली, कोलीवाड़ा और अटाली के किसानों ने भवन निर्माण करने वाली मुंबई की एक बड़ी कंपनी के खिलाफ आंदोलन शुर कर दिया है। भवन निर्माता पर धोखाधड़ी का आरोप करते हुए अनेक किसान कल्याण तहसील कार्यालय के बाहर अनशन पर बैठ गए हैं। जब तक न्याय नहीं तब तक चुनाव में वोट नहीं, ऐसी भूमिका वडवली, कोलीवाड़ा के किसानों ने अपनाई है। किसानों का आरोप है कि वर्ष 2007-08 में निर्मल लाइफस्टाइल नामक कंस्ट्रक्शन कंपनी ने गांव के किसानों की जमीनें विकास के लिए ली थी। 15 साल हो गए अभी तक जमीनों पर इमारत का निर्माण नहीं हुआ। किसान संगठन से जुड़े कार्यकर्ता रमण तरे ने किसानों के साथ धोखाधड़ी किए जाने का आरोप बिल्डर पर लगाया है। उनका कहना है कि 15 साल पहले आर्थिक परिस्थिति से परेशान वडवली के किसानों ने अपनी जमीन डेवलपमेंट को दो थी। बदले में कुछ किसानों को मुआवजा मिला वह भी किस्तों में जो, किसानों के कोई काम ना आ सका। उनकी मांग है कि संबंधित बिल्डर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर किसानों को उनकी जमीन वापस लौटाई जाए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसानों को न्याय नहीं मिलता तो गांव वालों की तरफ से चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
सीएम से करेंगे मुलाकात-
किसानों के अनशन का समर्थन करने पहुंचे शिवसेना (शिंदे) के कल्याण पश्चिम शहर प्रमुख रवि पाटील ने कहा कि किसानों के साथ धोखाधड़ी करने वाले बिल्डर पर कार्रवाई तो होनी ही चाहिए, साथ ही इस मामले से जुड़े सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भी कानूनी एक्शन लिया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इस अन्याय के खिलाफ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से भी मुलाकात की जाएगी और किसानों को न्याय दिलाने का प्रयास किया जाएगा।