विवेक पंडित ने किया बंधुआ मजदूरी का पर्दाफाश

Spread the love

विवेक पंडित ने किया बंधुआ मजदूरी का पर्दाफाश

भिवंडी में ईंट भट्ठी पर से 11 बंधुआ मजदूरों को कराया गया मुक्त

भिवंडी – आज भी ईंट भट्ठी व्यवसाय में बड़ी संख्या में आदिवासी मजदूर काम करते हैं जहां बड़े पैमाने पर उनके आर्थिक शोषण के मामले सामने आते रहते हैं। इसी तरह भिवंडी तालुका के चिंबी पाड़ा इलाके में एक ईंट भट्ठा मालिक का मामला श्रमजीवी संगठन के संस्थापक विवेक पंडित ने उजागर किया है और उसके खिलाफ भिवंडी तालुका पुलिस स्टेशन में ईंट भट्ठा मालिक सिद्दीक शेख के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया, जिसके बाद सभी 11 बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराया गया।

मिली जानकारी के अनुसार, भिवंडी तालुका अंतर्गत चिंबी पाड़ा में सिद्दीक़ शेख का ईंट भट्ठा स्थित है, जहां मंजू संतोष पवार, उनके पति संतोष पवार, बेटा संदीप, सुनील और पिता लक्ष्मण सावरा पिछले 8 वर्षों से ईंट भट्ठा पर काम कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने उसे 5000 रुपये बयाना देकर काम पर रख लिया और आज तक वह मात्र 800 रुपये प्रति सप्ताह की अल्प तनख्वाह पर काम करा रहा था। जब ईंट भट्ठा मालिक को अन्यत्र काम करने के लिए कहा गया तो उसने मारपीट व गाली-गलौज करते हुए यह धमकी देते हुए काम करने को कहा कि अभी तक तुमने हमारा पैसा वापस नहीं दिया है।

हमारा और हमारे साथ अन्य मजदूरों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। मंजू संतोष पवार ने जब यह कहानी गांव के मजदूर संगठन की अलका भोईर को बताई तो उन्होंने संगठन के महासचिव बलराम भोईर, जिला अध्यक्ष अशोक साप्ते को इसकी जानकारी दी. जैसे ही उन्होंने संस्थापक विवेक पंडित को यह आइडिया दिया तो मंगलवार की सुबह करीब सात बजे वह दौरा करने ईंट भट्ठे पर पहुंचे और निरीक्षण किया। वहां पर मंजू संतोष पवार के साथ मंजी लक्ष्मण सावरा उम्र 35, सुनीता लक्ष्मण वाघे उम्र 35, संगीता सदु नादगा उम्र 42 वर्ष, जामसर जवाहर, नामदेव अर्जुन वाघे उम्र 65 वर्ष, तेंभाली की 55 वर्षीय मनीषा झीपर सावरा, 35 वर्षीय सविता पारधी, सुनीता सुकरा घाटल उम्र 45, दीपाली सुरेश पवार उम्र 30, मांडा रमेश हडाल उम्र 40 पाटिल पदा लक्ष्मी जिपर सावरा उम्र 15, सुनील संतोष भोई उम्र 18 वर्ष सभी मजदूरी का काम करते पाए गये। इसके बाद, भिवंडी तालुका पुलिस स्टेशन में मंजू संतोष पवार की शिकायत के आधार पर ईंट भट्ठा के मालिक सिद्दीक शेख के खिलाफ बंधुआ मजदूरी और अत्याचार अधिनियम के तहत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद विवेक पंडित ने तहसीलदार अधिक पाटिल से मुलाकात की और उन्हें बंधुआ मजदूरी से मुक्त होने का प्रमाण पत्र दिया। भिवंडी तालुका पुलिस फरार ईंट भट्ठा मालिक की तलाश कर रही है।

【बता दें देश की आजादी के 76 साल बाद भी मुंबई से कुछ किमी की दूरी पर आदिवासी कातकरी समुदाय के मजदूरों का शोषण होना दुर्भाग्यपूर्ण है।】

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Right Menu Icon