मुख्यमंत्री की अपील के बाद कार्तिकी एकादशी पर श्री विट्ठल रुक्मिणी माता की प्रशासनिक पूजा का रास्ता साफ
जिला कलेक्टर द्वारा सकल मराठा समाज की प्रमुख पांचों मांगे पूरी करने का वादा। देवेंद्र फडणवीस सपत्नीक करेंगे पूजा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – सकल मराठा समुदाय का विरोध कम हो गया है और उपमुख्यमंत्री के हाथों कार्तिकी एकादशी यात्रा के अवसर पर श्री विट्ठल रुक्मिणी माता की आधिकारिक प्रशासनिक महापूजा का रास्ता साफ हो गया है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस अपनी पत्नी के साथ विट्ठल रखुमाई की महापूजा करेंगे। जिला प्रशासन ने सकल मराठा समाज के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा कर समाज की प्रमुख सभी पांच मांगों को स्वीकार कर लिया है, इसके बाद मराठा समुदाय ने आंदोलन वापस ले लिया। कलेक्टर कुमार आशीर्वाद ने बताया कि कार्तिकी एकादशी पर फड़णवीस दम्पति के हाथों शासकीय महापूजा सम्पन्न होगी।
पंढरपुर के सरकारी विश्राम गृह में जिला प्रशासन और सकल मराठा समाज के प्रतिनिधिमंडल की संयुक्त बैठक हुई। इस अवसर पर सकल मराठा समाज के प्रतिनिधियों ने पांच मांगें रखी, जिनमें कुनबी जाति के अभिलेखों की शीघ्र खोज, मराठा भवन का निर्माण, सारथी उपकेंद्र शुरू करना, मराठा छात्रों के लिए छात्रावास का निर्माण और उप मुख्यमंत्री का मराठा आरक्षण पर चर्चा के लिए समय मिलना शामिल है। खबर है कि कलेक्टर कुमार आशीर्वाद ने सभी मांगें तुरंत मान लीं हैं।
सकल मराठा समुदाय ने उपमुख्यमंत्री द्वारा आधिकारिक महापूजा पर अपना विरोध और आंदोलन वापस ले लिया है। साथ ही समाज की ओर से कहा गया है कि सरकार के प्रतिनिधि के रूप में उपमुख्यमंत्री कार्तिकी एकादशी यात्रा के अवसर पर श्री विट्ठल रुक्मिणी की आधिकारिक महापूजा करने में कोई आपत्ति नहीं है।
इस बीच कार्तिकी एकादशी पर सरकारी पूजा का गौरव राज्य के उपमुख्यमंत्री को प्राप्त है, इसलिए महाराष्ट्र में उस पूजा का विरोध या बाधा डालने की संस्कृति नहीं है। मंगलवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपील की थी कि इस परंपरा को बाधित करने का प्रयास नहीं किया जाना चाहिए।