क्राइम ब्रांच युनिट 3 ‘विरार’ की कार्रवाई में दबोचा गए शातिर महाठग
अजहर शेख : संवाददाता
वसई : क्राइम ब्रांच, युनिट 3 विरार (मीरा भाईंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय) ने फरार आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की,जो सस्ते दरों पर फ्लैट बिक्री के लिए उपलब्ध होने का झांसा देकर आम जनता को धोखा दे रहा था। यह महाठग मीरारोड से दबोचा गया है। इनके पकड़े जाने से 3 अपराधों (कलम 420) का पर्दाफाश हुआ है। यह कार्रवाई क्राइम डीसीपी अविनाश अंबुरे व एसीपी अमोल मांडवे के मार्गदर्शन में युनिट 3 विरार के पी.आई.प्रमोद बडाख के नेतृत्व में पोउपनिरी अभिजीत टेलर व उमेश भागवत की टीम ने की है। यह जानकारी पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को दी है। पुलिस ने बताया कि,शिकायतकर्ता डेबिट हॅरेल पॅट्रिक साल्विन उम्र 69 वर्ष-13/03/2021 से दिनांक 06/07/2021 तक आरोपी के नाम राम सिंह देवड़ा, शुभम् मिश्रा, सूरज दुबे, गौतम चौधरी और रूम मालिक पुलक दास ने आपस में मिलीभगत की, रूम नंबर ए/708, क्रिस्टल प्लाजा, यशवन्त गौरव, नालासोपारा पश्चिम शिकायतकर्ता को यह दिखाकर कि उक्त रूम पर किसी भी प्रकार का कोई ऋण नहीं है, पंजीकरण के माध्यम से उक्त रूम बेच दिया, जबकि इस रूम पर डीएचएफएल बैंकों का ऋण बकाया है। रूम का कब्ज़ा दिए बिना चेक द्वारा कुल 17,50,000 रुपये प्राप्त किये, इसके अलावा शिकायतकर्ता को रूम के लिए भुगतान की गई धनराशि वापस न करके आरोपियों ने धोखाधड़ी की। शिकायतकर्ता ने उपरोक्त संबंध में आरोपियों के ऊपर नालासोपारा पुलिस स्टेशन एफआईआर दर्ज करवाया। मामले में पुलिस ने कलम 420,34 के तहत मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस के मुताबिक, मीरा भाईंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत वसई विरारा इलाके में सस्ते दरों पर बिक्री के लिए उपलब्ध फ्लैटों का विज्ञापन देकर आम नागरिकों को धोखा देने के लिए एक गिरोह सक्रिय था, उक्त घटनाओं को वरिष्ठजनों ने गंभीरता से लिया और आरोपियों की पतासाजी के निर्देश दिए। उक्त अपराध में वांछित आरोपियों की तलाश हेतु पुलिस उपायुक्त अपराध, सहायक पुलिस आयुक्त अपराध द्वारा दिये गये निर्देशों एवं आदेशों के अनुसार उक्त अपराध की समानांतर विवेचना के दौरान तकनीकी विश्लेषण एवं गोपनीय मुखबिरों के माध्यम से जानकारी प्राप्त की गयी और आरोपी सुरज कमलेश कुमार दुबे (28), को हिरासत में लिया गया। शुरुआती जांच में पता चला कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर सस्ते दाम पर मकान खरीदने की साजिश रची थी, आम नागरिकों की जासूसी करके उनसे 50,00,000 रुपये की धोखाधड़ी की, प्रारंभिक जांच में यह पता चला है। पुलिस ने बताया कि,आरोपी सूरज कमलेश कुमार दुबे नालासोपारा थाना अपराध पंजी क्रमांक 558/2022 कलम 420, 34 के तहत गिरफ्तारी में व वह फिलहाल पुलिस हिरासत में है। कुल 3 अपराध का खुलासा हुआ है।