अँधेरी के मरोल में हुईं एयर होस्टेस की हत्या मामले में पुलिस का बड़ा खुलासा
सफाई कर्मचारी ने अकेले का फायदा उठाकर रुपल से जबरन दुराचार का किया प्रयास, असफल होने पर चिर दिया गला
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – छत्तीसगढ़ की 25 वर्षीय ट्रेनी एयर होस्टेस की मुंबई में बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में 40 साल के आरोपी को गिरफ्तार किया है। एयर होस्टेस का नाम रूपल ओगरे है, और आरोपी का नाम विक्रम अटवाल है। आरोपी विक्रम रूपल के घर में साफ-सफाई का काम करता था।
रूपल ओगरे अप्रैल महीने में एयर इंडिया में नौकरी के लिए मुंबई आई थीं और अपनी बहन और बहन के बॉयफ्रेंड मरोल के साथ के. मारवाह रोड पर एनजी कॉम्प्लेक्स सोसायटी स्थित सी-विंग के फ्लैट नं.306 में रहते थे। हालाँकि घटना के कुछ दिन पहले ही दोनों के गाँव चले जाने के कारण रूपल घर पर अकेली थी।
इसी मौके का फायदा उठाकर सफाईकर्मी विक्रम अटवाल रविवार सुबह करीब ग्यारह बजे शौचालय साफ करने के बहाने रूपल के घर आया। अकेले का फायदा उठाकर अटवाल ने रूपल के साथ जबरजस्ती करने की कोशिश की, रूपल ने इसका कड़ा विरोध किया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अटवाल रूपल को डराने के लिए चाकू लेकर आया था। जबरदस्ती करने की कोशिश में अटवाल और रूपल में तीखी झड़प हो गई। हाथपाई के दौरान रूपल जमीन पर गिर गई और अटवाल ने उसका गला काट दिया। इस झगडे में अटवाल का हाथ भी कट गया। बाद अटवाल ने फर्श साफ किया और ऑटोलॉक से दरवाजा बंद कर मौके से भाग निकला।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि घर जाने पर अटवाल की पत्नी ने आरोपी विक्रम से उसके हाथ पर लगी चोट के बारे में पूछा,तब विक्रम ने कहा कि काम पर एक्सीडेंट हो गया। इसके बाद विक्रम ने एक स्थानीय डॉक्टर से अपने हाथ का इलाज कराया। रविवार दोपहर को रूपल के परिवार ने उससे फोन पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसकी जानकारी रूपल के दोस्तों को हुई, तभी दोस्तों को घर पर ताला लगा मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना देकर दूसरी चाबी से दरवाजा खोला गया। उस वक्त रूपल खून से लथपथ हालत में मिली थी।
इसके बाद डीसीपी दत्ता नलावडे के नेतृत्व में पुलिस ने जांच शुरू की तब पता चला कि सोसायटी में 4 से 5 सफाई कर्मचारी हैं। साथ ही यह भी पता चला कि अटवाल के सिर, चेहरे और हाथ पर चोट लगी है। पुलिस ने जब इस बारे में अटवाल से पूछा तो उसने गोलमोल जवाब दिया। हालांकि जब पुलिस ने अटवाल को सख़्ती दिखाई तब उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।