8 साल से पुलिस की नजरों से फरार चल रहा था हत्यारा, ‘युनिट 2 वसई’ ने उत्तर प्रदेश से धर दबोचा
अजहर शेख : संवाददाता
वसई : एमबीवीवी पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत क्राइम ब्रांच युनिट 2 ‘वसई’ ने एक बड़ी सफलता अर्जित की है। दरअसल, युनिट 2 ने झगड़े के गुस्से में हत्या कर 8 साल से फरार मुख्य आरोपी को उत्तर प्रदेश से धर दबोचे कर गिरफ्तार किया है। यफ़ सफलता क्राइम डीसीपी अविनाश अंबुरे व एसीपी अमोल मांडवे के मार्गदर्शन में युनिट 2 पी.आई शाहुराज रणवरे के नेतृत्व में सपोनि.सुहास कांबले व सपोनिरी.सागर शिंदे की टीम ने पाई है। मंगलवार को पुलिस ने बताया कि,तुलिंज थाने में कलम 302, 404, 201, 34 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। इस अपराध में शिकायतकर्ता चन्द्रशेखर रामसागर गुप्ता, उम्र 30 वर्ष, निवासी- केशव अपार्टमेंट, कमरा नंबर 205, वलईपाड़ा रोड संतोष भवन, नालासोपारा पूर्व द्वारा 17/03/2016 को 17.00 बजे से 18/03/2016 को 17.00 बजे तक 18/03/2016 को 00.30 बजे से 00.45 बजे के दरम्यान अपराध में आरोपी 1) शिवभैया पूरा नाम पता अज्ञात 2) रवि श्यामवीर डांगुर 3) अभिजित मिश्रा उर्फ कडा उर्फ सचिन 4) कृष्णा कमलेश दुबे ने आपस में मिलीभगत कर अपराध में शिकायतकर्ता के मृतक भाई सुभाष चंद उर्फ भालू रामसागर गुप्ता उम्र 21 वर्ष के साथ मारपीट का गुस्सा अपने दिल में रखकर उसने नायलॉन की रस्सी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर साक्ष्य मिटाने की नियत से उसके शव को बोरे में डाल दिया और उसकी सोने की चेन, उंगली में सोने की अंगूठी आदि लेकर फरार हो गए, उपरोक्त हत्या प्रकरण मामले में शिकायतकर्ता ने 18 मार्च को मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने बताया कि मीरा-भाईंदर, वसई विरार पुलिस आयुक्तालय क्षेत्राधिकार में विभिन्न गंभीर अपराधों में वांछित निष्पन्न, लेकिन पर्दे के पीछे के आरोपियों को ढूंढने और गिरफ्तार करने के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों ने सूचना व मार्गदर्शन किया था। पुलिस के मुताबिक, तुलिंज पुलिस स्टेशन के अनुसार अपराध पंजी क्रमांक 156/2016 आईपीसी धारा 302, 404, 201, 34 के अनुसार इस अपराध की जांच के संबंध में और अपराध में गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी थाने से प्राप्त की गई। इस अपराध में 1 नाबालिग व 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, और बताया गया कि शिवाभाई का पूरा नाम मुख्य आरोपी के नाम पर नहीं है,जो फरार था। अपराध के आरोपियों एवं साक्षीदार से व्यक्तिगत रूप से मिलकर अपराध घटना की प्रकृति के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर, उपरोक्त जानकारी के जरिए फरार आरोपी निवासी-मजरा चिल्लीमल राजापुर, जिला चित्रकुट, राज्य उत्तर प्रदेश स्थित रहता है। उसकी बांह पर एक टैटू का विवरण और कई साल पहले की एक पुरानी धुंधली तस्वीर प्राप्त हुई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार,आरोपी की तस्वीर और उसके हाथ पर बने टैटू के विवरण के आधार पर गुप्त मुखबिरों के माध्यम से फरार आरोपी की तलाश शुरू की गई। इस बीच युनिट 2 को बड़ी जानकारी मिली कि एक व्यक्ति पुरानी तस्वीरों और टैटू के विवरण से मेल खा रहा, यह व्यक्ति मजरा चिल्लीमल, ता.राजापुर, जिला- चित्रकुट, राज्य उत्तर प्रदेश रहने वाला है।vजांच टीम को चित्रकुट, राज्य-उत्तर प्रदेश भेजा गया व आरोपी को 27 अगस्त को हिरासत में ले लिया गया। जब उससे उक्त अपराध के संबंध में पूछताछ की गई तो उसने 8 वर्ष पूर्व उक्त अपराध करना स्वीकार कर लिया तथा उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम (वांछित) शिवबाबु उर्फ शिवाभैया जगतपाल निषाद (20), निवासी-कलेक्टर पुर्वा मजरा चिल्लीमल, ता. राजापुर, जिला-चित्रकुट, राज्य उत्तरप्रदेश का है। उपरोक्त अपराध की समानांतर जांच के दौरान फरार, जो गिरफ्तारी से बचने के लिए 8 वर्षों तक अपना अस्तित्व छिपा रहा था, पुरानी अस्पष्ट तस्वीरों व प्राप्त टैटू के विवरण के आधार पर उत्तर प्रदेश राज्य के चित्रकुट में एक गुप्त मुखबिर द्वारा गिरफ्तार किया गया है।