फर्जी टिकट निरीक्षक निकला भाजपा का युवा कार्यकर्ता
कसारा – सीएसटीएम लोकल में टिकट चेकिंग के दौरान यात्रियों को टीसी पर हुआ शक। आरोपी फर्जी टीसी को यात्रियों ने रेलवे पुलिस को सौंपा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
डोंबिवली : रेलवे अधिकारी एक सतर्क यात्री की सतर्कता के कारण गुरुवार दोपहर को डोंबिवली और दिवा रेलवे स्टेशनों के बीच कसारा-सीएसएमटी लोकल में एक फर्जी टिकट चेकर को पकड़ने में कामयाब रहे। इस फर्जी टिकट चेकर के पास से टिकट निरीक्षक का फर्जी पहचान पत्र और डिंडोशी विधानसभा भाजपा के युवा पदाधिकारी होने का पहचान पत्र भी बरामद किया गया।
इस फर्जी टिकट जांच निरीक्षक के खिलाफ डोंबिवली लोहमार्ग पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। रेलवे मीडिया प्रतिनिधियों के व्हाट्सएप ग्रुप पर रेलवे अधिकारियों ने इस टिकट निरीक्षण के लिए एक पहचान पत्र प्रकाशित किया था जो कि भाजपा के दिंडोशी विधानसभा के युवा पदाधिकारी का था जिसे शुक्रवार दोपहर को हटा दिया गया।
इस फर्जी टिकट निरीक्षक का नाम विजय बहादुर सिंह – 21, निवासी गणेशनगर ऐरोली, नवी मुंबई और मूल गांव जौनपुर, उत्तर प्रदेश है। बुधवार दोपहर विजय सिंह दिवा, कोपर, डोंबिवली स्टेशनों के बीच कसारा लोकल से मुंबई जाने वाले यात्रियों के टिकट चेक कर रहा था और कुछ बेटिकट यात्रियों से मनमाना जुर्माना वसूल रहा था। प्रथम श्रेणी डिब्बे में यात्रा कर रहे एक सतर्क यात्री को संदेह हुआ कि सिंह जाँच अधिकारी नहीं है। उन्होंने सिंह से उनका रेलवे पहचान पत्र और निवास की जानकारी मांगी। उस वक्त सिंह के पसीने छूट गये, यह विश्वास होते ही कि सिंह फर्जी निरीक्षक है सतर्क यात्रीयों ने उसे पहले ठाणे और फिर दिवा स्टेशन ले गये इसके बाद उसे डोंबिवली लोहमार्ग पुलिस स्टेशन लाया गया।
मुंबई में मुख्य टिकट निरीक्षक प्रमोद सरगई से सूचना मिलने के बाद पुलिस ने सिंह को हिरासत में ले लिया। बताया गया कि विजय सिंह नाम का कोई टीसी नहीं था। सिंह की तलाशी के दौरान उसके पास रेलवे का फर्जी पहचान पत्र और भाजपा युवा पदाधिकारी का पहचान पत्र मिला।
ठाणे रेलवे पुलिस थाने के उप-निरीक्षक शंकर पाटिल ने सिंह से पूछताछ की और उसे पहले ठाणे लोहमार्ग पुलिस को सौंप दिया,वहां मामला दर्ज करने के बाद, चूंकि घटना कोपर और डोंबिवली स्टेशनों के बीच हुई थी, आरोपी को डोंबिवली रेलवे पुलिस स्टेशन में वर्गीकृत किया गया था और आरोपी को आगे की जांच के लिए डोंबिवली लोहमार्ग पुलिस को सौंप दिया गया। शुक्रवार को आरोपी को रेलवे कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ कोर्ट ने उसे पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया। इस फर्जी टीसी ने अब तक कितने यात्रियों को लूटा है? उसने और कहां इस तरह से अपराध किए हैं? उसे फर्जी पहचान पत्र कहां से मिला? पुलिस इस सबकी जानकारी जुटा रही है। उक्त जाँच डोंबिवली रेलवे पुलिस स्टेशन की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अर्चना दुसाने के मार्गदर्शन में की जा रही है।