ठाणे में सड़क कार्यों के लिए 16 फीसदी कमीशन फिक्स है, तो गुणवत्ता का सवाल ही पैदा नहीं होता – विक्रांत चव्हाण
रास्तों की जर्जर स्थिति और अनावश्यक डिवाइडरों को लेकर ठाणे कांग्रेस का ठामपा मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – ठाणे महानगर पालिका क्षेत्र की विभिन्न सड़कों पर बने गड्ढों और अनावश्यक डिवाइडरों के खिलाफ जहां शहर में विरोध हो रहा है, वहीं ठाणे कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को ठाणे महानगर पालिका मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के ठाणे शहर अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण ने गंभीर आरोप लगाया है कि ठाणे में सड़क के काम में 16 फीसदी दलाली ली जा रही है और इससे काम की गुणवत्ता कैसे सुधरेगी। साथ ही महानगर पालिका प्रशासन का कहना है कि सब ठीक है, लेकिन उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि मनपा आयुक्त मेरे साथ घूमें, मैं उन्हें सड़कों की असली स्थिति दिखाऊंगा।
इस मानसून सीजन के दौरान ठाणेकरों की यात्रा को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए ठाणे महानगर पालिका ने कई सड़कों का नवीनीकरण किया। इसके अलावा शहर से गुजरने वाले राजमार्गों की मरम्मत का काम भी बरसात से पहले कराया गया था। सड़क नवीनीकरण के कारण शहर की आंतरिक सड़कें तो ठीक – थक स्थिति में हैं, लेकिन राजमार्गों पर जानलेवा गड्ढे हैं। बारिश, सड़कों पर गड्ढे और पानी जमा होने के कारण शहर में ट्रैफिक जाम एक समस्या बनती जा रही है। वहीं शहर की कई संकरी सड़कों पर डिवाइडर लगा दिए गए हैं और यह वाहन दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। जहां पिछले कुछ दिनों से शहर में हंगामा मचा हुआ है, वहीं सोमवार को ठाणे शहर अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ठाणे महानगर पालिका मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया और इस मुद्दे पर अपना गुस्सा जाहिर किया।
मानसून से पहले ठाणे में सड़क पर गड्ढों को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ निरीक्षण दौरा हुआ था, उस वक्त बड़ी संख्या में फोटोशूट किए गए थे। जगह-जगह गड्ढा मुक्त ठाणे के बोर्ड लगाए गए। लेकिन पहली ही बारिश में सड़कों पर गड्ढों की असली तस्वीर सामने आ गई है। ठाणे की हर सड़क पर गड्ढे हैं, जहां सालों से बारिश के मौसम में पानी जमा रहता है, वही स्थिति आज भी है। बिना किसी योजना के काम किये जाने से यह स्थिति और भी खराब हो गयी है। मुख्यमंत्री को गलत जानकारी दी गयी है। विक्रांत चव्हाण ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यदि मुख्यमंत्री अपने वागले एस्टेट क्षेत्र की सड़कों का निरीक्षण भी कर लें तो उन्हें वास्तविक स्थिति का एहसास हो जायेगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि अनावश्यक डिवाइडरों के कारण यातायात की भीड़ बढ़ रही है।