हत्या का आरोपी मजे से कर रहा था फॉरेंसिक लैब में क्लर्क की नौकरी
एक साल से अनुस्थित रहने पर
फॉरेंसिक विभाग की जाँच में हुआ खुलासा। नौकरी के लिए दिए गये दस्तावेज भी निकले फर्जी
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : फॉरेंसिक लैब में क्लर्क के पद पर कार्यरत एक अधिकारी पिछले एक साल से अनुपस्थित था, जब इसकी जांच की गई कि वह काम पर क्यों नहीं आ रहा है तो यह चौंकानें वाली जानकारी सामने आई कि वह कर्मचारी एक हत्या के मामले में जेल में बंद है। दिलचस्प बात यह है कि उक्त आरोपी पंद्रह साल से अधिक समय से फॉरेंसिक लैब के नासिक कार्यालय में काम कर रहा था।
नासिक फॉरेंसिक लैब के कार्यालय में क्लर्क के पद पर सेवारत विजय सिंह नटवर सिंह सोलंकी सितंबर 2022 से ही लगातार अनुपस्थित था। इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी, सिवाय इसके कि करीब एक साल से अनुपस्थित चल रहा विजय सिंह गुजरात का रहने वाला है। इसलिए फॉरेंसिक विभाग द्वारा गुजरात पुलिस से पूछताछ की गई। तब पता चला कि विजय सिंह को 2003 में एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है और वह फिलहाल जेल में सजा काट रहा है।
यह जानकारी सामने आने के बाद कि विजय सिंह नटवर सिंह सोलंकी ने अपना नाम बदलकर विजय सिंह किरीट सिंह सोलंकी कर लिया है, लैब ने नौकरी ज्वाइन करते समय उसके द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों की जाँच पड़ताल शुरू कर दी। जिसमें यह साफ हो गया कि उसने उक्त नौकरी फर्जी तरीके से हासिल की और उसके द्वारा जमा किये गये सभी दस्तावेज झूठे हैं।
विजय सिंह द्वारा जमा किये गये सभी दस्तावेज फर्जी पाये गये,यहां तक कि उसके द्वारा जमा जन्म प्रमाण पत्र भी फर्जी पाया गया। पुलिस अधीक्षक का प्रमाण पत्र भी गलत साबित हुआ,चरित्र सत्यापन प्रमाण पत्र पर अधीक्षक के हस्ताक्षर फर्जी निकले। इसलिए फॉरेंसिक विभाग नें आरोपी के खिलाफ वाकोला पुलिस स्टेशन में सरकार से धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज कराया है।