क्या राज्य में मुख्यमंत्री बदलने का समय आ गया है?
अजित पवार की एंट्री के बाद लगाए जा रहे कयासों पर, चर्चा में मोदी के ट्वीट। शिंदे परिवार से मुलाकात के बाद ट्विट कर की जमकर तारीफ
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – अजित पवार के एनडीए में शामिल होने और राज्य के उपमुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद से ही राजनीतिक हलके का एक वर्ग यह कानाफूसी कर रहा है कि एकनाथ शिंदे को किसी भी समय मुख्यमंत्री पद से हटा दिया जाएगा। अजित पवार के समर्थकों का दावा है कि अजित पवार ही अगले मुख्यमंत्री होंगे। इसलिए स्वाभाविक तौर पर एकनाथ शिंदे गुट के विधायक और कार्यकर्ता असहज हो गए हैं। एकनाथ शिंदे ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने शिंदे के परिवार से आत्मीयता पूर्वक बातचीत की। हालांकि विरोधी गुट की ओर से चर्चा हो रही थी कि यह एकनाथ शिंदे का विदाई समारोह था। कुल मिलाकर यह राजनीतिक माहौल एकनाथ शिंदे के लिए बहुत अनुकूल नहीं कहा जा सकता। हालांकि इस माहौल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एकनाथ शिंदे को लेकर किया गया ट्वीट इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपना पूरा अनुभव सोशल मीडिया पर साझा किया। एकनाथ शिंदे के इस ट्वीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया है। इसमें प्रधानमंत्री मोदी ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा है कि मुझे महाराष्ट्र के गतिशील और मेहनती मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके परिवार से मिलने का सौभाग्य मिला। मोदी ने इस ट्वीट में कहा कि महाराष्ट्र की प्रगति के लिए उनकी चाहत और उनका विनम्र स्वभाव सराहनीय है। देवेन्द्र फड़णवीस के बाद एकनाथ शिंदे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इतने करीब पहुंच पाए हैं। इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एकनाथ शिंदे की सराहना से स्वाभाविक रूप से महाराष्ट्र की राजनीति में उनका वजन और प्रतिष्ठा बढ़ गई है।
एकनाथ शिंदे ने अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री के रूप में सशक्त एवं सक्षम मा. नरेंद्र मोदी ने आज मुझे मेरे पिता, पत्नी, बेटे सांसद एकनाथ शिंदे, बहू और पोते के साथ सद्भावना मुलाकात के लिए बुलाया और उनके बारे में जानकारी ली। मेरे परिवार के साथ सहजता से बातचीत की। उन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रम से हमारे लिए समय निकाला। इस मौके पर उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों के जीवन को खुशहाल बनाने के लिए किये जाने वाले विकास कार्यों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इर्शालवाड़ी में हुई त्रासदी से राज्य पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है और अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस संकट में केंद्र सरकार हमारे साथ है। साथ ही बचाव एवं पुनर्वास की भी जानकारी ली।
धारावी पुनर्विकास सबसे बड़ी परियोजना है और यह मुंबई का चेहरा बदलने जा रही है। साथ ही गरीब नागरिक सुखी जीवन जी सकेंगे। उन्होंने कहा, इसलिए इस परियोजना को बिना किसी बाधा के तेजी से पूरा किया जाना चाहिए, रुकी हुई पुनर्विकास परियोजनाओं को पटरी पर लाया जाना चाहिए। मजबूत बुनियादी ढांचा राज्य की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करता है। इसलिए उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य में ऐसी परियोजनाओं को तुरंत पूरा किया जाना चाहिए। इसके अलावा बार-बार होने वाली भारी बारिश और उससे उपजे संकटों पर भी गंभीरता से चर्चा की गई।
कोंकण में भारी वर्षा के कारण पानी समुद्र तक पहुँच जाता है, उन्होंने राज्य सरकार की मराठवाड़ा जल ग्रिड की योजनाओं के बारे में भी जानकारी ली कि कैसे इस पानी को सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाया जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था, उपलब्ध शैक्षणिक सुविधाएं, जरूरी बदलाव जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की। राज्य सरकार को पिछले एक साल से केंद्र सरकार से मजबूत समर्थन मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने मांग स्वीकार करते हुए आश्वासन दिया कि सहयोग जारी रहेगा। प्रधानमंत्री का स्नेह, आशीर्वाद का हाथ और विश्वास पुनः ऊर्जा प्रदान कर रहा है।