विपक्षी एकजुटता से बौखला गई है भाजपा। मोदी के भाषण और आरोप इसका जीता जागता उदाहरण – शरद पवार
मोदी की टिप्पणी पर शरद पवार का पलटवार, कहा शिखर बैंक का जिक्र गैरजिम्मेदाराना
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में बूथ कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए अपने भाषण में राकांपा की आलोचना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राकांपा पर करीब 70 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप है। बिहार में हुई विपक्ष की बैठक की आलोचना करते हुए मोदी ने राकांपा पर आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राकांपा समेत देशभर के कई विपक्षी दलों पर एकसाथ हमला बोला। मोदी ने कहा कि शरद पवार की राकांपा पार्टी पर 70 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगा है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां राष्ट्रवादी कांग्रेस ने घोटाला न किया हो। इस बीच राकांपा प्रमुख शरद पवार ने मोदी के आरोपों का जवाब दिया।
शरद पवार ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री द्वारा लगाया गया आरोप कहाँ तक सही है? क्योंकि उन्होंने शिखर बैंक का मुद्दा उठाया, जिसमें मैं कभी भी उस बैंक का साधारण सदस्य भी नहीं रहा, जिसके चलते कोई ऋण या कोई वित्तीय लेनदेन नहीं किया गया। पार्टी पर लगाया गया आरोप गलत है। खास बात यह है कि शिखर बैंक में गड़बड़ी को लेकर पहले भी चर्चा हो चुकी है। ये सभी मामले कोर्ट में गए और इससे साबित हो गया कि मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। हालाँकि इस तरह का आरोप लगाना उचित नहीं है, बेशक मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना है।
इस बीच ऐसे मामले में सुप्रिया सुले का नाम लेने का कोई मतलब नहीं है। इसलिए शरद पवार ने मोदी पर हमला करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री द्वारा इस तरह के आरोप लगाने का कोई कारण नहीं है। भोपाल में अपने भाषण में मोदी ने कहा कि अगर आप शरद पवार की बेटी को फायदा पहुंचाना चाहते हैं तो आपको राकांपा को वोट देना चाहिए। शरद पवार ने इस बयान का जवाब देते हुए कहा।
विपक्षी एकजुटता पर बोलते हुए पवार ने कहा कि कुल मिलाकर देश में विपक्षी दलों के लोग एक साथ आते हैं, तो कुछ लोगों को ये बात पसंद नहीं आती कि वो देश की समस्याओं पर चर्चा करें। इसलिए ऐसे बेतुके बयान दिए जाते हैं, अब इससे अधिक कहने की कुछ जरूरत नहीं है।
शरद पवार ने भागीरथ भालके के बीआरएस में प्रवेश पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर किसी व्यक्ति का निधन हो जाता है तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। जब हमने भालके को विधानसभा में मौका दिया, तब हमें एहसास हुआ कि हमारी पसंद गलत थी, मैं उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।
साथ ही केसीआर के बारे में बात करते हुए पवार ने कहा जब पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री यहां दर्शन के लिए आए तो आपत्ति करने का कोई कारण नहीं है। लेकिन जो भी हो विट्ठल की पूजा एक अलग हिस्सा है लेकिन इसके अलावा सैकड़ों कारों और अन्य चीजों की भारी शक्ति दिखाने की कोशिश चिंताजनक और विवादास्पद है।