बारिश में मिलन सबवे का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री
मिलन सबवे में शुरू की गई ड्रेनिंग व्यवस्था का किया निरिक्षण, अन्य सबवे और पानी जमा होने वाली जगहों पर भी उचित ड्रेनेज सिस्टम लगाने का दिया आश्वासन
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – मुंबई में मानसून आया तो सबसे पहलें बाधित होने वाला रास्ता मिलन सबवे हो होता है, यह मुंबईकरों के लिए अब आम बात हो गई है। यह चर्चा हमेशा होती रहती है कि हर साल मानसून के दौरान मुंबई में जो पानी भरता है, मुंबईवासी उसके आदी हो गए हैं। हालांकि, हर साल बारिश के मौसम में शहर में जलभराव के कारण मुंबईकरों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। इसी पृष्ठभूमि में इस साल की पहली बारिश के दौरान मुंबई के मिलन सबवे में बड़ी मात्रा में पानी जमा होने के कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हुईं। शनिवार रात बारिश के दौरान मिलान सबवे के पानी में डूब जाने से मुंबईकरों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। इस पृष्ठभूमि पर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार सुबह मिलन सबवे का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी प्रतिक्रिया में बताया कि शनिवार रात मुंबई में एक घंटे में 70 मिलीमीटर बारिश हुई। हालांकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस बात पर जोर दिया है कि अगर मिलन सबवे की तरह मुंबई में अन्य जगहों पर भी यह प्रणाली लागू की जाती है, तो मुंबईकरों को मानसून के दौरान परेशानी नहीं होगी।
क्या मिलन सबवे प्रणाली काम कर रही है? मैं यही देखने आया हूं। मिलन सबवे में यातायात सुचारु रूप से चालू है। सबवे में पानी जमा होने के बाद पानी को पमपिंग के जरिये साइड ड्रेन में निकाल दिया जाता है। इसके बाद वहां से पानी सीधे बड़े टैंक में छोड़ दिया जाता है, ऐसा ड्रेन सिस्टम यहां लगाया गया है और फ्लडगेट भी लगाए गए हैं। इसलिए जब ज्वार आएगा, तो फ्लडगेट के कारण पानी अंदर नहीं आ सकेगा एकनाथ शिंदे ने कह।
यह प्रणाली अच्छी तरह से काम कर रही है। इसीलिए मिलन सबवे में यातायात सुचारू रूप से चल रहा है। मैंने मनपा कमिश्नर को इस संबंध में निर्देश दे दिए हैं। मैंने पानी जमा होने वाले सभी स्थानों पर ऐसी ही व्यवस्था लागू करने के आदेश भी दिए हैं। यदि ऐसा किया गया तो बरसात के मौसम में लोगों को परेशानी नहीं होगी। इस अवसर पर एकनाथ शिंदे ने कहा, हम अंधेरी और अन्य स्थानों पर भी ऐसी प्रणाली स्थापित कर रहे हैं।