महाराष्ट्र कांग्रेस में बड़े फेरबदल की उच्चस्तरीय तैयारी शुरू
प्रमुख नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा। चेन्निथल्ला कमेटी की रिपोर्ट को आधार बनाकर किया जायेगा फेरबदल
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : साल भर बाद होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली स्तर पर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस में कुछ बड़े बदलाव करने की कवायद शुरू हो गई है। इसको लेकर राज्य के कुछ नेताओं ने दिल्ली जाकर वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक भी की है। ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि प्रदेश कांग्रेस की मौजूदा संरचना में कुछ अहम बदलाव किए जाएंगे और प्रमुख नेताओं को पार्टी की नई जिम्मेदारी दी जाएगी।
जैसा कि देखा गया है कि महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस प्रभारी एच.के. पाटिल को कर्नाटक मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, इसलिए अब यह जिम्मेदारी नए नेता को सौंपी जाएगी। कांग्रेस फिलहाल महाराष्ट्र में चौथे नंबर पर है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली शानदार सफलता के बाद महाराष्ट्र में भी पार्टी कार्यकर्ता उत्साहित हैं, लेकिन विधान परिषद के चुनाव के बाद आंतरिक कलह भड़क उठी और एक तस्वीर उभर कर सामने आई कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में एकता नहीं है। इसलिए कुछ नेताओं को नई जिम्मेदारियां देने की तैयारी चल रही हैं।
चार महीने पहले फरवरी में विधान परिषद चुनाव में नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव को लेकर कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर थी। चूंकि यह विवाद प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात के बीच शुरू हुआ था, यहां तक कि पार्टी के नेताओं को भी इसका संज्ञान लेना पड़ा था। इसी विवाद के चलते थोरात ने विधायक दल के नेता पद से इस्तीफा तक दे दिया था। उन्हें मनाने के लिए प्रदेश प्रभारी एच. के. पाटिल को भेजा गया। लेकिन उसके बाद भी पार्टी के भीतर विवाद जारी रहा। केरल में पार्टी के नेता रमेश चेन्निथल्ला द्वारा सभी प्रमुख नेताओं के साथ चर्चा करने और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए एक सदस्यीय समिति नियुक्त की गई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विधायकों और पदाधिकारियों से चर्चा की और इसकी रिपोर्ट सौंपी गई। लेकिन जब से रायपुर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का अधिवेशन हुआ और उसके बाद कर्नाटक विधानसभा चुनाव हुए, महाराष्ट्र में पार्टी के भीतर कुछ फैसले पार्टी नेताओं की भागीदारी के कारण लंबित थे। लेकिन अब कांग्रेस में बड़ा फेरबदल होने की संभावना जताई जा रही है, जो चेन्निथल्ला कमेटी की रिपोर्ट पर आधारित बताया जा रहा है।