हत्या मामले में मांडवी पुलिस ने 24 घंटे में हत्यारे को किया गिरफ्तार
अजहर शेख : संवाददाता
विरार ; मांडवी पुलिस ने हत्या की एक बड़ी गुत्थी सुलझाई है। दरअसल मांडवी पुलिस ने बिना किसी सबूत के हत्या का गंभीर अपराध करने वाले आरोपी को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर उसे हवालात में ठूस दिया है। यह कार्रवाई परिमंडल 3 डीसीपी सुहास बावचे व एसीपी रामचंद्र देशमुख व मांडवी थाने के सीनियर पी.आई व प्रफुल्ल वाघ, पो.नि.शिवानंद देवकर (क्राइम), स.पो.नि. बाबासाहेब पाटील, संदिप सावंत व पो.उप.नि. अभिजीत टेलर की टीम ने की है। यह जानकारी पुलिस अधिकारी ने सोमवार को दी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 25 मई को उसगांव तालाब की ओर जाने वाली कच्चा वाली सड़क पर सफेद हाफ शर्ट और सफेद पैंट पहने लगभग 55 से 60 साल के एक व्यक्ति का शव पड़ा मिला। इसकी सूचना मांडवी थाने को मिली, मांडीवी थाने के अधिकारी व कर्मचारी ने तत्काल उक्त स्थान पर पहुंचे और निरीक्षण किया. प्रथम दृष्टया यह देखा गया कि उपरोक्त व्यक्ति की मौत सिर और चेहरे पर चोट लगने के कारण हुई है, इस संबंध में की गई प्राथमिक जांच में मृतक का नाम भीवा भीक्या वायडा उम्र 60 वर्ष, निवासी-ऊसगाव, पो. भाताणे के रूप में शिनाख्त हुई। उपरोक्त मामले में शिवानंद शशीकर देवकर (पी.आई क्राइम) की शिकायत पर मांडवी पुलिस ने आरोपी पर कलम 302 के तहत केस दर्ज किया था। पुलिस ने बताया कि उक्त गंभीर अपराध के संबंध में वरिष्ठजनों द्वारा दिये गये निर्देश एवं मार्गदर्शन के अनुसार मांडवी थाना के अधिकारियों एवं प्रवर्तकों द्वारा घटना स्थल के निरीक्षण के दौरान जिस स्थान पर भीया वायडा का शव मिला था उस स्थान पर सीमेंट के पत्थर पर खून के धब्बे देखे गये. साथ ही घटना स्थल के पास स्टीलमैक कंपनी के बाहर सी.सी.टी.वी फुटेज दिनांक 24 मई को 21:38 बजे जिसके सिर पर कम बाल हैं और उसने पूरी बाजू की कमीज और थपकी पहन रखी है, शख्स घटना स्थल से उसगांव नाका की ओर शिरसद नाका की ओर फिर राष्ट्रीय राजमार्ग सं.48 देखा गया कि वह गुजरात चैनल पर सर्विस रोड से विरार फाटा की ओर पैदल जा रहा था। इस संबंध में गुप्त मुखबिर व तकनीकी विश्लेषण से मिली जानकारी के आधार पर आरोपी विनोद ऊर्फ कांद्या महादू बसवत, रा.ऊसगाव के रूप में निष्पन्न हुआ। पुलिस ने बताया कि चूंकि आरोपी अपनी मां के साथ अकेला रहता था, इसलिए पता चला कि वह ज्यादातर समय घर से बाहर रहता था और मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करने के कारण उसे ट्रेस करना चुनौतीपूर्ण था। इसलिए आगे सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद आरोपी को शिरसाड गांव से हिरासत में लिया गया।अपने पति ऊपर के अपराध की जांच करते हुए, वह पाता है कि मृत भीवा वायडा हा भगत के रूप में काम कर रहा है, इसलिए उसे विनोद उर्फ कांड्या की पत्नी को वापस लाने के लिए यह कहकर विनोद उर्फ कंद्या से 2000 रुपये ले लिया, लेकिन जागरण के बाद भी विनोद ऊर्फ कांद्या महादू बसवत की पत्नी 24 मई को रात 08:00 बजे दोबारा अपने घर नहीं आई। विनोद उर्फ कांड्या और मृतक भीवा वायडा के बीच कहासुनी हो गई, इस वजह से पता चला है कि उपरोक्त आरोपी ने साथ में शराब पीने के बाद मृतक सिर सीमेंट के पत्थर से वार कर उसकी हत्या कर दी।हालाँकि आरोपी को गिरफ्तार किया गया है व आगे की तहकीकात एपीआई संदिप सावंत कर रहे है।