भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र पवार ने कल्याण गोलिबारी की घटना को बताया दोनों दलों की अनदेखी का नतीजा। कहा दोनों दलों में सामंजस्य की कमी के चलते हुईं दुर्घटना
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
कल्याण – कल्याण पूर्व में शिवसेना-भाजपा के बीच खींचतान जारी है, इसकी जानकारी होने के बावजूद भी शिवसेना(शिंदे गुट)और भाजपा दोनों नेताओं ने इसे नजरअंदाज किया। कल्याण पश्चिम के पूर्व विधायक नरेंद्र पवार ने मीडिया को बताया कि समन्वय की कमी के कारण उत्पन्न अवसाद के कारण यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है।
कल्याण पूर्व में भाजपा विधायक द्वारा फायरिंग की घटना गलत है, कोई उसका समर्थन नहीं करेगा। लेकिन ये भी सोचना जरूरी है कि ऐसा करने की नौबत क्यों आयी? घटना घटती रहेगी और कोई भी इसके बारे में कुछ नहीं करता,अगर आपको न्याय नहीं मिलता तो आप निराश हो जाते हैं। पूर्व विधायक पवार ने कहा कि इसी अनदेखी और निष्क्रियता के चलते गोलीबारी की घटना हुई है।
इस घटना ने शिवसेना और भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं के बीच अनावश्यक दरार पैदा कर दी है। आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव को देखते हुए गठबंधन में यह दुर्व्यवहार फायदेमंद साबित नहीं होने वाला है। इसलिए शिवसेना और भाजपा के नेताओं के लिए पहल करना और इस अंतर को पाटने के लिए तत्काल निर्णय लेना आवश्यक है, ऐसा पूर्व विधायक पवार ने कहा।
स्थानीय स्तर पर कुछ दिक्कतें थीं, उसकी शिकायतें की गईं लेकिन शिवसेना और भाजपा नेताओं के इस पर ध्यान न देने के कारण डिप्रेशन के चलते गणपति गायकवाड़ ने यह कदम उठाया। हालांकि विधायक गणपत गायकवाड़ ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर गंभीर आरोप लगाए हैं , लेकिन शिवसेना-भाजपा नेता इस मामले को सौहार्दपूर्ण ढंग से खत्म निपटा देंगे। सिर्फ एक घटना से गठबंधन में तनाव पैदा नहीं होगा, हमें इस बात का पूरा विश्वास है। आने वाले समय में राज्य में कई विकास परियोजनाएं और विभिन्न कार्य क्रियान्वित होने हैं। पवार ने विश्वास जताया कि यह काम महागठबंधन के नेता करेंगे। पवार ने महागठबंधन में स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं के अलगाव के मुद्दे पर तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है।