भिवंडी ग्रामीण में ईंट भट्ठा मालिको का मजदूरों पर जुल्म जारी
माता-पिता से मिलने गए ईंट भट्ठा मजदूर की मालिक ने की पिटाई, मामला हुआ दर्ज
भिवंडी – भिवंडी तालुका में ईंट भट्टों पर काम करने वाले आदिवासी मजदूरों पर मालिकों द्वारा किए जा रहे जुर्म व अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। आदिवासी मजदूरों के साथ गुलामों की तरह व्यवहार किए जाने का एक और मामला प्रकाश में आया है। तालुक के वाघिवली में एक ईंट भट्ठा मालिक द्वारा छुट्टी के दिन पास के गांव में ईंट भट्ठे पर काम कर रहे माता-पिता से मिलने के लिए गए मजदूर की बेरहमी से पिटाई कर दी गई। मजदूर की शिकायत पर भिवंडी तालुका पुलिस ने भट्ठा मालिक पर केस दर्ज किया है। जिसके बाद एक बार फिर ईंट भट्ठा मालिकों का कृत्य चर्चा में आ गया है।
पुलिस के अनुसार वाडा तालुक के जम्भुलवाड़ी कोने गांव के रहने वाले ईंट भट्ठा मजदूर कालू वाघ अपनी पत्नी के साथ भिवंडी तालुका के वाघिवली में दिनेश पाटिल के ईंट भट्ठे पर काम करता है। जबकि उसके माता-पिता कुछ ही दूर पर स्थित कवाड़ में बजरंग माली के ईंट भट्टे पर काम करते हैं। 22 दिसंबर के दिन छुट्टी होने के कारण कालू अपनी बीमार मां से मिलने कवाड़ गया था, जिस पर ईंट भट्ठा मालिक दिनेश पाटिल ने गुस्से में आकर लोहे की रॉड से कालू की जमकर पिटाई कर दी। इस पिटाई में चोट लगने से उसके हाथ में सूजन आ गया। जिसका घायलावस्था में भट्ठा मालिक ने बगल के एक निजी अस्पताल में इलाज कराया और उसे दोबारा नौकरी पर रख लिया। लेकिन इस संबंध में असहनीय पीड़ा से परेशान होने पर कालू ने अपने साथ हुए ज्यादती की जानकारी श्रमजीवी संगठन के कार्यकर्ताओं को दी। जिसके बाद श्रमजीवी संगठन के कार्यकर्ताओं ने मजदूर कालू के साथ भिवंडी तालुका पुलिस स्टेशन पहुंचे। जहां पर मजदूर ने अपनी आपबीती पुलिस को सुनाई। जिसके बाद तालुका के सीनियर पीआई रणवीर वयेस ने घटना की गंभीरता की जांच करते हुए ईंट भट्ठा मालिक दिनेश पाटिल के खिलाफ मारपीट, बधुआ मजदूर अत्याचार कायदा अधिनियम व अट्रोसीटी के तहत केस दर्ज किया है। लेकिन भट्ठा मालिक इसकी जानकारी मिलने के बाद फरार हो गया है। इस घटना के बाद ईंट व्यवसायों में हड़कंप मच गया है।