सातारा लोकसभा सीट को लेकर, एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति

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सातारा लोकसभा सीट को लेकर, एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति

कहां से चुनाव लड़ेंगे शिवाजी के वंशज उदयन राजे भोसले? सतारा लोकसभा सीट पर भाजपा – शिवसेना के बाद अब अजित गुट का दावा

योगेश पाण्डेय – संवाददाता 

मुंबई – पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों में परिणाम आने के बाद लोकसभा चुनावों को लेकर राजनीति गरमाने लगी है। लोकसभा की सीटों के लिहाज से देश के दूसरे सबसे अहम प्रदेश महाराष्ट्र में सतारा लोकसभा सीट को लेकर सियासत गरमाती नजर आ रही है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अजित पवार गुट ने भी सतारा से दावेदारी ठोंक दी है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और भाजपा की पहले से इस सीट पर नजर है। उनके समर्थकों की तरफ दावेदारी भी की जाती रही ही है। चुनाव परिणामों के हिसाब से देखें तो पिछले छह चुनावों से यह सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कब्जे में है। शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 1999 से इस सीट पर कब्जा जमा रखा है।

2019 के लोकसभा चुनावों के बाद उपचुनाव का सामना कर चुकी इस लोकसभा सीट पर चौतरफा दावेदारी से यह सीट महाराष्ट्र में हॉट सीट बनी दिख रही है। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि अगर राकांपा अजित पवार गुट के पास यह सीट गई तो उदयनराजे भोसले का क्या होगा? 2019 में राकांपा से जीते भोसले भाजपा में चले गए थे तब उन्होंने राकांपा से त्यागपत्र देकर लोकसभा सदस्यता भी छोड़ दी थी। इसके बाद उपचुनाव हुआ था और इस सीट पर फिर से राकांपा ने अपना कब्जा बरकरार रखा था। यहां से राकांपा के कद्दावर नेता श्रीनिवास पाटिल जीते थे। छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज उदयनराजे भोसले यहां से राकांपा के टिकट पर तीन बार जीत चुके हैं, लेकिन उप चुनाव में उन्हें भाजपा के टिकट पर लड़ने के चलते हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद भाजपा ने उन्हें राज्यसभा में भेज दिया था। सतारा लोकसभा में कुल छह विधानसभा सीटें आती हैं।

पिछले दिनों महाराष्ट्र भाजपा के बड़े नेता और राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि भाजपा राज्य की 26 सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। तब ये उम्मीद व्यक्त की गई थी कि 11-11 सीट अजित पवार और एकनाथ शिंदे की पार्टी को मिल सकती हैं। इसके बाद से लगातार एक-एक सीट को लेकर बयानबाजी सामने आ रही है। अजित पवार गुट के यह रुख अपनाने के बाद कि हम सतारा लोकसभा लड़ेंगे, अब सतारा में उनकी सहयोगी पार्टियों के बीच हलचल शुरू हो गई है। अजित पवार गुट के नेता रामराजे निंबालकर ने सतारा सीट से उदयनराजे का नाम लिए बिना उन्हें चेतावनी दी है। इसके बाद सतारा को लेकर सियासत गर्म हो गई है। शिवसेना शिंदे गुट के नेता पुरूषोत्तम जाधव पहले से इस सीट पर दावेदारी कर रहे हैं। वे एक बार शिवसेना और एक बार निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं।

श्रीनिवास दादा साहब पाटिल मौजूदा समय में सतारा से सांसद हैं। 82 साल के श्रीनिवास पाटिल के अगला चुनाव लड़ने की कम उम्मीद है, वे पूर्व में सिक्किम में राज्यपाल भी रह चुके हैं। इसके अलावा वे महाराष्ट्र विधानसभा के लिए भी चुने जा चुके हैं। राजनीति में आने से पहले सिविल सेवा में थे, बतौर आईएएस ऑफिसर वे महाराष्ट्र के कई जिलों में बड़ी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वे राज्यपाल रहने के अलावा चार चुनाव जीते हैं। इसमें दो लोकसभा और दो विधानसभा के चुनाव शामिल हैं।

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