लोकल में बिना टिकट यात्रा करने वालों की अब खैर नहीं
टिकट चेकर्स की टीम के साथ महिला तेजस्विनी पथक भी शामिल। एक ही दिन में वसूला लगभग दो लाख का जुर्माना
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – मध्य और पश्चिम रेलवे ने बिना टिकट यात्रियों के खिलाफ जोरदार चेकिंग अभियान शुरू किया है। यह जांच इस तरह से चल रही है कि भीड़भाड़ वाले रेलवे स्टेशनों पर एक साथ सैकड़ों टिकट परीक्षक नियुक्त किए जाते हैं और बिना टिकट यात्रियों को पकड़ते हैं। अब सेंट्रल रेलवे पर टिकट चेकिंग में नारी शक्ति यानी तेजस्विनी टीमें भी इसमें शामिल हो गई है। छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस में तेजस्विनी टीम ने बिना टिकट यात्रियों से एक दिन में करीब दो लाख का जुर्माना वसूला है।
रेलवे के वाणिज्यिक विभाग के अंतर्गत टिकट निरीक्षकों की नियुक्ति की जाती है। महिला यात्रियों के टिकटों की जांच की सुविधा के लिए महिला रेलवे कर्मचारियों की एक तेजस्विनी टीम का गठन किया गया है।
नवरात्रि के नवमी तिथि यानी सोमवार को तेजस्विनी दस्ते के 47 टिकट निरीक्षक और 11 रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों ने सीएसएमटी रेलवे स्टेशन पर विशेष चेकिंग अभियान शुरू किया। एक साथ टीसीयों की भारी संख्या देखकर कई यात्रियों के बीच असमंजस जैसी स्थिति निर्माण हों गई। निरीक्षण के बाद 730 यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई की गई और बिना टिकट यात्रियों से 1 लाख 88 हजार 605 रुपये का जुर्माना वसूल किया गया।
रेलवे के अधिकारीयों ने बताया कि प्रत्येक रेलवे स्टेशन पर सीमित संख्या में टिकट निरीक्षकों की नियुक्ति से बिना टिकट यात्रियों के खिलाफ अपेक्षित कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। बिना टिकट यात्री अक्सर टीसी को देखते ही दौड़ पड़ते हैं, इससे निरीक्षण का उद्देश्य पूरा नहीं होता। इसके विपरीत यदि बड़ी संख्या में टीसी को एक ही स्टेशन पर निरीक्षण के लिए एक साथ उतारा जाए तो इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। इससे बिना टिकट यात्री बच नहीं सकेंगे। स्टेशन के प्रवेश द्वारों पर, प्रथम श्रेणी और महिला कोचों के सामने और लोकल ट्रेनों के बीच में टीसी तैनात करने से बिना टिकट यात्रियों को पकड़ना आसान हो जाता है। इसके चलते एक ही समय में बड़ी संख्या में टीसी की नियुक्ति और निरीक्षण होता है।