हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाने और किसी की भावनाओं को खुश करने की छोटी राजनीति है – राम कदम
जितेन्द्र आव्हाड़ द्वारा भगवान श्री राम को मांसाहारी बताने वाले बयान पर भड़की सियासत। भाजपा नेता ने शिकायत दर्ज करा, की गिरफ़्तारी की मांग
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – भाजपा नेता राम कदम ने राकांपा शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड़ के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया है। भगवान श्री राम को “मांसाहारी” बताने वाले राकांपा विधायक जीतेन्द्र आव्हाड़ के खिलाफ भाजपा नेता राम कदम ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए आव्हाड़ की गिरफ्तारी की मांग की है।
मुंबई के घाटकोपर इलाके में भाजपा कार्यकर्ता आक्रामक हो गए और पुलिस स्टेशन परिसर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आव्हाड़ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर उनका पुतला फूंकने की भी कोशिश की। राम कदम ने कहा है कि उनकी मानसिकता श्रीराम भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की है। लेकिन वे वोट बटोरने के लिए हिंदू धर्म का मजाक नहीं उड़ा सकते। राम कदम ने आलोचना की है कि ‘घमंडी’ अघाड़ी को इस बात पर यकीन नहीं है कि राम मंदिर बन चुका है।
देशभर के रामभक्तों, संतों-महंतों की यही पुकार है, यह अहंकारी मोर्चे के खिलाफ आक्रोश है। इसे उद्धव ठाकरे, शरद पवार, राहुल गांधी मिलकर कर रहे हैं। किस मंदिर में होता है मांसाहार? प्रसाद के रूप में मांस कहाँ चढ़ाया जाता है? यदि देवताओं को मांस प्रिय होता तो प्रसाद में मांस ही चढ़ाया जाता। अगर घर में कोई साधारण पूजा भी होती है, तो मांसाहारी परिवार उस दिन शाकाहारी भोजन करता है, अगर चार दोस्त मंदिर जाते हैं और एक ने मांसाहारी खाना खाया है, तो वह मंदिर के बाहर ही रुक जाता है। यह बात जितेंद्र अव्हाड अच्छी तरह से जानते हैं। हालाँकि यह हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचाने और किसी और की भावनाओं को खुश करने की छोटी राजनीति है, राम कदम ने कहा।
शिकार करके खाने वाले राम बहुजन समजा के हैं, राम का आदर्श बताकर लोगों पर शाकाहार थोपा जा रहा है। 14 वर्ष तक वन में रहने वाले राम शिकार खेलते थे। राम ने 14 वर्ष वनवास में बिताए तो वह शाकाहारी कैसे हो सकते हैं? ऐसा सवाल उठाकर राष्ट्रवादी शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड़ ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। शिरडी में शरद पवार गुट का दो दिवसीय शिविर आयोजित किया गया, इस अवसर पर आव्हाड उपस्थित पदाधिकारियों का मार्गदर्शन करते हुए बोल रहे थे।
राम क्षत्रिय थे और क्षत्रियों का भोजन मांसाहारी होता है। क्या कोई मुझे बता सकता है कि राम मेथी की सब्जी खाते थे? मैं अपने बयान पर कायम हूं कि इस देश में 80 फीसदी लोग मांसाहारी हैं और राम भक्त हैं। मानव इतिहास जब मनुष्य मांसाहारी था और जब वह शाकाहारी बन गया तब लोग क्या खाते थे जब अनाज नहीं पैदा होता था? ऋग्वेद में लिखा है, वेद पढ़ो। आव्हाड़ ने कहा कि इससे साफ पता चल जाएगा कि किस ने किसका मांस खाया है।