“पाडे का मैं एक ही भाई, अभी मोक्का तोड़कर आया हूं”

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पाडे का मैं एक ही भाई, अभी मोक्का तोड़कर आया हूं”

बेतुरकरपाड़ा पर चंदन भाई की भाईगिरी

जेल से छूटते ही शुरू की लूटपाट व मारपीट

आकीब शेख

कल्याण – महात्मा फुले थाना क्षेत्र का बेतुरकरपाड़ा इलाका अपराधियों और गुंडों का गढ़ बनता जा रहा है। यहां जेल से छूटने के बाद भी अपराधियों की आपसी रंजिश देखने को मिली है। एक ताजा घटना में चंदन भदौरिया नामक कुख्यात गुंडे की भाईगिरी सामने आई है। चंदन व उसके साथियों ने उनके विरोधी शानू शेख और निखिल नागोरे नामक युवकों को हथियार के दम पर मारपीट करने के बाद उन्हें लूट लिया, और कहा कि “पाडे का मैं एक ही भाई हूं, अभी मकोका तोड़कर आया हूं, यहां मेरे सिवा और किसी की दाल नहीं गलेगी। इस लूटपाट की घटना को अंजाम देने के बाद चंदन भदौरिया, रोहित सोनी, लाल्या बाबा, बाबू लोहार, रोहित सिंह व अन्य 5 से 7 आरोपी फरार हो गए, जिनकी तलाश महात्मा फुले पुलिस कर रही है।

फायरिंग मामले में गया था जेल-

कुछ दिनों पहले बेतुरकरपाड़ा में फायरिंग की घटना हुई थी, जिसमें चंदन ने भाईगिरी में अपना वर्चस्व बनाने के लिए हवाई फायरिंग कर दहशत निर्माण की थी। इसी घटना में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन जेल से छूटकर आने के बाद चंदन ने फिर से जुर्म को अंजाम देना शुरू कर दिया है।

चंदन का विरोधी शानू भी है शातिर अपराधी-

लूटपाट की यह घटना उस वक्त हुई जब शानू शेख पुणे की येरवडा जेल से छूटकर घर लौटा। कुछ महीने पहले महात्मा फुले पुलिस ने शानू की आपराधिक गतिविधियों को देखते हुए मकोका के तहत कार्रवाई करते हुए उसे पुणे के येरवडा जेल भेज दिया था।

गुंडे-मवालियों में नहीं रहा क़ानून का डर?

आखिर अपराधियों में पुलिस का डर है या नहीं ? इस घटना के बाद यह सवाल लाज़मी है। जेल से छूटने के बाद आपराधिक गतिविधियों में लिप्त युवक अपना दबदबा कायम रखने के लिए दहशत मचा रहा हैं और पुलिस खामोश है।

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