तीन राज्यों में भाजपा की जीत ने बढ़ाई मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की टेंशन
जीत से उत्साहित भाजपा ने कल्याण लोकसभा सीट पर ठोंकी अपनी दावेदारी। शिंदे गुट और भाजपा में फिर तनातनी की आशंका
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे – लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल कर सेमीफाइनल जीत लिया है। कांग्रेस के कब्जे वाले दो राज्य भाजपा के पास आ गए हैं जबकि मध्य प्रदेश में भाजपा ने सत्ता बरकरार रखते हुए अपनी सीटें बढ़ा ली हैं। छत्तीसगढ़ में अप्रत्याशित जीत हासिल हुई है साथ ही राजस्थानी मतदाताओं ने सत्ता परिवर्तन की परंपरा को बरकरार रखते हुए भाजपा को दिल खोलकर मतदान किया है।
तीन राज्यों में जीत हासिल करने वाली भाजपा ने अब महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा – शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार की राकांपा के बीच हालांकि अभी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ और न ही उसका फॉर्मूला तय किया गया है। वहीं तीन राज्यों में जीत से आत्मविश्वास हासिल कर चुकी भाजपा ने सीधे तौर पर कल्याण लोकसभा सीट पर अपना दावा पेश किया है। इसलिए भाजपा और शिंदे गुट की शिवसेना के बीच मनमुटाव की चिंगारी भड़कने की आशंका व्यक्त की जाने लगी है।
आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा अग्रणी रहेगी। कल्याण पूर्व के भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ ने विश्वास जताया है कि कल्याण और भिवंडी के भाजपा उम्मीदवार 100 प्रतिशत निर्वाचित होंगे। लिहाजा भाजपा ने एक बार फिर कल्याण लोकसभा सीट पर अपना दावा ठोका है। शिंदे गुट के नेताओं ने अभी तक इस पर अपनी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
कुछ महीने पहले भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कल्याण लोकसभा में पदाधिकारियों की बैठक ली थी। ठाकुर ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की ताकत बढ़ाने के उद्देश्य से निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया, पदाधिकारियों से मुलाकात की और उनसे बातचीत की। इसके बाद शिंदे गुट और भाजपा के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे। मौजूदा समय में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे कल्याण लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं।
भाजपा विधायक ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री के बेटे के निर्वाचन क्षेत्र पर दावा किया है। कुछ महीने पहले शिंदे की शिवसेना और भाजपा में इसे लेकर झड़प भी देखने को मिली थी। तत्पश्चात श्रीकांत शिंदे ने अपना इस्तीफा देने की पेशकश कर दी थी, इसके बाद विवाद कुछ शांत हुआ था। कल्याण लोकसभा सीट पर शिवसेना और ठाणे लोकसभा सीट पर भाजपा को लेकर सहमति बनी थी। लेकिन अब तीन राज्यों में जीत के बाद भाजपा ने एक बार फिर कल्याण लोकसभा सीट पर अपना दावा किया है।