नेता विपक्ष विजय वडेट्टीवार का राज्य सरकार पर आरोप
सरकार दे रही किसानों को धोखा, निर्धारित कीमत से कम दाम पर कपास और सोयाबीन की खरीद
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – कपास, सोयाबीन की फसल गारंटीशुदा कीमत से कम कीमत पर खरीदी जा रही है। विपक्षी नेता विजय वडेट्टीवार ने आलोचना करते हुए कहा है कि सरकार ने इन फसलों का उत्पादन करने वाले किसानों को धोखा दिया है।
कपास, सोयाबीन किसान अपनी फसलों का दाम न मिलने से संकट में हैं, इसके साथ ही मराठवाड़ा में शंख घोंघे से किसान परेशान हैं। सरकारी एजेंसियाँ घोंघे को ख़त्म करने में विफल रही हैं। सरकार ने किसानों से मुंह मोड़ लिया है। कपास 5400 रुपए प्रति क्विंटल पर खरीदी जा रही है, जबकि गुणवत्ता अच्छी है। केंद्र सरकार ने सीजन 2022-23 में मध्यम धागे के लिए 6,620 रुपये प्रति क्विंटल और लंबे धागे के लिए 7,020 रुपये प्रति क्विंटल की गारंटी मूल्य की घोषणा की है। सोयाबीन का गारंटीशुदा मूल्य 4600 रुपए है लेकिन किसान को इससे 500 से 700 रुपए कम दाम मिल रहे हैं। वडेट्टीवार ने मांग की है कि सरकार को गारंटी मूल्य से कम कीमत पर खरीदारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
मराठवाड़ा में 55 हजार हेक्टेयर क्षेत्र घोंघों से प्रभावित हुआ है, इस संकट के कारण किसान हताश हो गए हैं और सरकार को इन किसानों को राहत देने के लिए कदम उठाने चाहिए। मराठवाड़ा में किसान संकट में हैं, इसलिए मांग की गई है कि सरकार इस पर ठोस मदद करे।