चार मिनट से अधिक समय लगा तो टोल टैक्स फ्री
राज्य के सभी टोल नाकों पर होगी व्यवस्था। एमएसआरडीसी ने कहा पिली पट्टी से पीछे खड़े वाहनों को भी चार मिनट बाद टोल से मिलेगी छूट
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास प्राधिकरण (एमएसआरडीसी) के अधिकार क्षेत्र के तहत किसी भी टोल बूथ पर यदि टोल टैक्स चार मिनट के भीतर नहीं लिया जाता है, तो वाहनों को टोल लिए बिना छोड़ दिया जाएगा। जबकि पीली लाइन के बाहर 300 मीटर तक के वाहनों को बिना टोल टैक्स दिए जाने की अनुमति दी जाएगी। इसके लिए एमएसआरडीसी ने येलो लाइन की योजना बनानी शुरू कर दी है। इस फैसले क़ो जल्द ही अमल में लाया जाएगा और यह टोल पेयर्स के लिए बड़ी राहत की बात होगी।
टोल टैक्स संग्रहण समझौते के अनुसार किसी भी चेकपॉइंट पर टोल टैक्स का भुगतान करने में चार मिनट से अधिक समय लगता है, तो वाहनों को टोल टैक्स का भुगतान किए बिना जाने देने का प्रावधान है। साथ ही टोल नाके से लगभग 300 मीटर की दूरी पर पीली लाइन के बाहर खड़े वाहनों को बिना टोल टैक्स लिए छोड़ने का भी प्रावधान है। हालांकि, लगातार यह आरोप लगाया जा रहा है कि राज्य के किसी भी टोल बूथ पर इन नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। अब टोल टैक्स वसूली के खिलाफ मनसे के आंदोलन से इस मामले का खुलासा हुआ है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने लोक निर्माण विभाग (उद्यम) मंत्री दादा भुसे, एमएसआरडीसी अधिकारियों के साथ एक बैठक में यह मुद्दा उठाया, साथ ही उन्होंने चार मिनट से अधिक समय तक कतार में खड़े रहने वाले वाहनों को टोल टैक्स में छूट नहीं दिये जाने की बात भी कहीं। इस बात को अधिकारियों ने स्वीकार करते हुए इसे गंभीरता से लिया है।
इस बैठक में एमएसआरडीसी की ओर से आश्वासन दिया गया कि अब से सभी टोल नाकों पर इस नियम का सख्ती से पालन किया जाएगा। इस वादे के मुताबिक राज्य के सभी टोल नाकों पर पीली लाइन खींची जाएगी, तदनुसार एमएसआरडीसी के संयुक्त प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गायकवाड़ ने बताया कि यह काम अब शुरू हो गया है। इस कार्य को जल्द पूरा करने के बाद, जो वाहन चालक चार मिनट से अधिक समय तक लाइन में खड़ा रहेगा उसे टोल दिए बिना जाने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पीली लाइन से पीछे खड़े वाहनों को भी बिना टोल टैक्स जमा किए जाने की इजाजत होगी। साथ ही जल्द से जल्द सभी टोल नाकों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और सभी टोल नाकों का सर्वे किया जाएगा। इसके जरिए एमएसआरडीसी मॉनिटर करेगी कि येलो लाइन, चार मिनट के प्रावधानों का पालन हो रहा है या नहीं। वाहन चालकों क़ो अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए एक टेलीफोन नंबर क़ो भी घोषित किया जायेगा।