अपने ही घर में घिरे राज्य के उपमुख्यमंत्री
नागपुर बाढ़ पीड़ितों ने किया देवेंद्र फडणवीस का घेराव, पिछले 18 घंटों से बिना बिजली – पानी के समस्या झेल रहे लोगों के गुस्से का शिकार हुए फडणवीस
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अपने ही घर में मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। मामला रविवार का ज़ब फडणवीस नागपुर में बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने पहुंचे थे। इसी दौरान अंबाजारी झील के करीब पश्चिमी और दक्षिण- पश्चिमी इलाके में बाढ़ पीड़ितों के एक गुट ने उन्हें घेर लिया, इन लोगों की शिकायत थी कि जिला प्रशाशन ने उन लोगों को बाढ़ के बारे में समय रहते नहीं बताया। इसके अलावा एक बड़ी आबादी पिछले 18 घंटों से ज्यादा समय से बिना पानी और बिजली के परेशान थी।
ज्ञात हो कि शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात हुईं बरसात के चलते नागपुर में चार लोगों की मौत हो गई, इसके अलावा सैकड़ो अन्य लोगों को बचाया गया है। भारी बरसात के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए थे और पूरा नागपुर जलमग्न हो गया था। हालांकि रविवार को इलाके के कई जगहों पर बारिश से राहत मिली। मिडिया से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि अगर समय रहते उपाय किये गये होये टो इतने बड़े पैमाने पर नुकसान नहीं होता। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने बारिश के लिए अलर्ट तो जारी किया था, लेकिन हमें अंदाजा नहीं था कि इतने कम समय में इतनी ज्यादा बारिश हो जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस तरह के हालत से हमेशा कुछ सिखने को मिलता है।
शनिवार को हुए बरसात से लगभग 10 हजार से अधिक गहरों में पानी घुस गया था। भारी बरसात के चलते अंबाझारी झील, गोरेवाड़ा झील और नाग नदी उफान पर थी और बाढ़ आ गई। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें लगातार नागपुर शहर में राहत और बचाव कार्य में लगी हुईं हैं। गौरतलब हो कि इससे पहले उपमुख्यमंत्री ने ऐलान किया था कि बाढ़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 4 – 4 लाख रूपये और बाढ़ पीड़ित परिवारों को 10 हजार रूपये की मदद की जाएगी। इसके अलावा सड़क किनारे दुकान करने वालों की जो छोटी दुकाने छतीग्रस्त हुईं हैं,उन्हें 5 लाख रूपये दिए जायेंगे ताकि वे बड़ी दुकाने लें सकें। बता दें कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी, कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मंत्री नितीन राऊत भी बाढ़ प्रभावित इलकों का दौरा कर चुके हैं, और मदद का आश्वासन दिया है।