कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग मामले में सीबीआई ने मॉडल मुनमुन धमेचा से की पूछताछ
एनसीबी के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते हुईं पूछताछ। आर्यन खान के साथ मुनमुन धमेचा को भी एनसीबी ने किया था गिरफ्तार
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – भ्रष्टाचार-धन उगाही मामले में सीबीआई ने गुरुवार को मॉडल मुनमुन धमेचा से पूछताछ की है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और उनके जूनियर जांच के दायरे में हैं। ड्रग मामले में शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान के साथ मुनमुन धमेचा को भी गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार उनसे सीबीआई मुख्यालय में जांच टीम के समक्ष पूछताछ की गई।
समीर वानखेड़े के नेतृत्व वाली एनसीबी टीम द्वारा कॉर्डेलिया क्रूज जहाज पर विवादास्पद छापेमारी के बाद 3 अक्टूबर 2021 को अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन के साथ एनसीबी द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों में मुनमुन धमेचा भी शामिल थीं। आरोप है कि उसके पास से 5 ग्राम चरस बरामद की गई थी।
ड्रग मामले में आर्यन को गिरफ्तार करने के बाद मामले की जांच कर रहे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के तत्कालीन क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े ने शाहरुख से 25 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी, जिस पर सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है।
वानखेड़े के खिलाफ सीबीआई ने नियमित एफआईआर दर्ज की है जिसमें वानखेड़े के खिलाफ बेहद गंभीर और संवेदनशील आरोप लगाए गये हैं। वानखेड़े और अन्य पर भ्रष्टाचार, आपराधिक साजिश और धमकियों के जरिए जबरन वसूली का प्रयास करने का आरोप है। इन आरोपों को लेकर प्रथम दृष्टया सबूत भी हैं। इस मामले की जांच अभी शुरुआती चरण में है और पूरी तरह से निष्पक्ष तरीके से चल रही है। इसलिए सीबीआई ने अपने हलफनामे में कहा है कि समीर वानखेड़े को दी गई अंतरिम सुरक्षा वापस ली जानी चाहिए।
हालांकि, बाद में तत्कालीन एनसीबी जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की देखरेख में एनसीबी की विशेष जांच टीम ने कॉर्डेलिया क्रूज जहाज में कई त्रुटियां और अनियमितताएं उजागर कीं। 2 अक्टूबर 2021 को एनसीबी ने आरोप लगाया था कि वानखेड़े के कहने पर क्रूज जहाज पर छापेमारी में के.पी. गोसावी और उनके सहयोगी प्रभाकर साईल को स्वतंत्र गवाह के तौर पर शामिल किया गया था।
प्राथमिकी में कहा गया है कि गोसावी, उसके साथी सैनविल डिसूजा और अन्य ने आर्यन के परिवार को मादक पदार्थ रखने के अपराध की धमकी देकर 25 करोड़ रुपये वसूलने की साजिश रची। उसे छुड़ाने के लिए गोसावी और डिसूजा ने बातचीत की और डील को 25 करोड़ रुपये से घटाकर 18 करोड़ रुपये कर दिया। इसमें कहा गया है कि उन्होंने 50 लाख रुपये का टोकन भी लिया और बाद में राशि का कुछ हिस्सा वापस कर दिया।