विपक्षी दलों की बैठक पर बोले शरद पवार। प्रधानमंत्री पद के लिए नहीं बल्कि देश के मूलभूत समस्याओं पर हुईं चर्चा
सत्तारुढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा देश में जाती और धर्म के नाम पर दरार पैदा करने वाली शक्तियों को इसका नुकसान भुगतना पड़ेगा
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – बिहार की राजधानी पटना में 23 जून को हुईं विपक्षी दलों की एकजुटता बैठक में क्या – क्या चर्चाएं हुईं इसका खुलासा अब होने लगा है। इस बैठक में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के चेहरे पर बात बनी है या नहीं, इसको लेकर तरह – तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इस बीच सोमवार को राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ने इसका खुलासा कर दिया है। उन्होंने पत्रकार परिषद को सम्बोधित करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि विपक्षी दलों की बैठक में प्रधानमंत्री पद को लेकर कोई भी चर्चा नहीं हुईं है।
शरद पवार ने कहा कि बैठक में महंगाई, बेरोजगारी और कुछ राज्यों में जानबूझकर सांप्रदायिक तत्वों को उकसाने की कोशिशों जैसे गंभीर मुद्दों पर बात हुईं। उन्होंने विपक्ष की इस एकजुटता की आलोचना करने पर सत्तारूढ़ भाजपा पर भी जमकर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा इस विपक्षी एकजुटता से चिंतित क्यों है? क्योंकि उनमें राजनितिक परीपक्वता की कमी है।
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार की मेजबानी में पटना में आयोजित विपक्षी दलों की बैठक में एक दर्जन से अधिक दलों के 32 से अधिक नेताओं ने भाग लिया और 2024 के लोकसभा चुनाव में एकजुट होकर भाजपा का मुकाबला करने का संकल्प लिया। |जब शरद पवार से यह पूछा गया कि भाजपा द्वारा यह आलोचना की जा रही है की इस बैठक में प्रधानमंत्री पद के 19 दावेदारों ने हिस्सा लिया, इस पर शरद पवार ने इसे बचकाना बयान कहकर ख़ारिज कर दिया।
शरद पवार ने आगे कहा कि इस बैठक में देश के प्रमुख मुद्दों जैसे महंगाई, बेरोजगारी पर चर्चा की गई। साथ ही इस बात पर भी चर्चा की गई कि किस तरह भाजपा द्वारा समुदायों के बीच दरार पैदा कर नफरत की राजनीती की जा रही है। धर्म और जाती के आधार पर विशेष समुदायों के बीच दरार पैदा करना किसी भी समाज के लिए नुकसानदेह है। बैठक में इस बारे में बातचीत हुईं कि इस तरह की चीजों को कैसे नियंत्रित किया जाएं। पवार ने कहा कि वह उन नेताओं के बयान पढ़ रहे हैं जिन्होंने पटना में विपक्षी दलों की बैठक पर टिप्पणी की है।
शरद पवार ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि लोकतंत्र में विपक्षी दलों को बैठक आयोजित करने की अनुमति क्यों नहीं है?भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महाराष्ट्र में भाजपा की बैठक बुला रहे हैं, लेकिन विपक्ष की बैठक पर उन्हें ऐतराज क्यों है।