कोरोना जम्बो सेंटर भ्रष्टाचार मामला, मनपा के वरिष्ठ अधिकारी संजीव जायसवाल को ईडी का सम्मन
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई : कोरोना जंबो सेंटर के कथित भ्रष्टाचार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सनदी अधिकारी संजीव जयसवाल को समन भेजा है और उन्हें अगले गुरुवार यानी 29 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। 1996 बैच के चार्टर्ड अधिकारी रहे जयसवाल वर्तमान में म्हाडा के उपाध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। जब यह कथित घोटाला हुआ तब जायसवाल कोरोना जंबो सेंटर में अतिरिक्त मनपा आयुक्त के पद पर तैनात थे। जायसवाल को गुरुवार को ईडी के बैलार्ड एस्टेट कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है।
जायसवाल मुंबई महानगर पालिका में एक वरिष्ठ अधिकारी थे। कोरोना सेंटर के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए ईडी ने जायसवाल को बुलाया है क्योंकि उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं, कर्मचारियों और उपकरणों की आपूर्ति के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस सिलसिले में बुधवार को ईडी ने 15 जगहों पर छापेमारी की थी। ईडी इस बात की जांच कर रही है कि उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी सुजीत पाटकर से जुड़ी कंपनियों को ठेका देते समय किन मानदंडों का पालन किया गया था। भाजपा नेता किरीट सोमैया द्वारा पिछले साल अगस्त में आज़ाद मैदान पुलिस स्टेशन में दर्ज करायी गई रिपोर्ट के आधार पर जांच चल रही है। सोमैया की शिकायत के मुताबिक, आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी, जाली दस्तावेज जमा करने, आपराधिक विश्वासघात के आरोप में मामला दर्ज किया गया है और शिकायत के मुताबिक, इस मामले में 38 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है। इस मामले में, लाइफलाइन अस्पताल की प्रबंधन सेवा के साथ डॉ. हेमंत गुप्ता, सुजीत पाटकर, संजय शाह और राजू सालुंखे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद अक्टूबर, 2022 में मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया था। आर्थिक अपराध शाखा ने जनवरी में महानगर पालिका के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को नोटिस जारी कर लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विसेज के साथ हुए समझौते और खर्च की मंजूरी के संबंध में जानकारी मांगी थी।