ठाणे में बदस्तूर जारी है शिक्षा का व्यापार
ठाणे मनपा के लचर रवैये के चलते स्कूल नियमों की अनदेखी कर धड़ल्ले से चल रहे स्कूल। लगातार शिकायतों के बावजूद नहीं हो रही कार्यवाई
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
ठाणे : ठाणे महानगर पालिका क्षेत्र में इस वर्ष कम से कम 47 स्कूल अनधिकृत पाए गए हैं, इनमें ज्यादातर अनऑफिशियल स्कूल अंग्रेजी माध्यम के हैं। यदि कोई अनाधिकृत स्कूल खुला है तो स्कूल प्रशासन पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। और यदि जुर्माने के बावजूद स्कूल खुला रहता है तो 10 हजार रुपये प्रति दिन के हिसाब से जुर्माना लगाया जाएगा। इसके बावजूद महानगर पालिका द्वारा इन स्कूलों पर कार्रवाई नहीं किए जाने से प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य को लेकर चिंता जताई जा रही है।
ठाणे महानगर पालिका क्षेत्र में बिना राज्य सरकार की मान्यता के अवैध स्कूल चल रहे हैं। इनमें से 42 स्कूल अंग्रेजी माध्यम, दो मराठी और तीन हिंदी माध्यम के हैं। 85 प्रतिशत अनाधिकारिक स्कूल दिवा और मुंब्रा कस्बों में स्थित हैं। महानगऱ पालिका ने हाल ही में इन अनधिकृत स्कूलों की सूची प्रकाशित की थी। यह भी कहा गया कि इन स्कूलों के खिलाफ प्रशासन द्वारा बच्चों को निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 18 के तहत कार्रवाई की जाएगी। नियमानुसार स्थानीय प्राधिकारी के अनुमति प्रमाण पत्र के बिना अथवा विद्यालय की मान्यता वापस लिए जाने के बाद भी विद्यालय चलाया जा रहा है। तो संबंधित को एक लाख रुपये जुर्माना और अवैध रूप से स्कूल संचालित करने पर 10,000 रुपये प्रतिदिन के जुर्माने का प्रावधान है। हालांकि महानगर पालिका ने अखबारों में विज्ञापन के जरिए इन स्कूलों की सिर्फ सूची ही प्रकाशित की है। साथ ही नोटिस देने का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। विशेष रूप से, ऐसे स्कूलों के बाहर बोर्ड लगाए जाने की अपेक्षा की गई थी ताकि छात्रों को संबंधित स्कूल में प्रवेश न दिया जा सके। लेकिन जनजागरूकता के अभाव में ऐसे विद्यालयों में प्रवेश जारी रहा। ऐसे में इन छात्रों के भविष्य पर भी सवाल खड़ा हो गया है।
इनमें से ज्यादातर स्कूल इन्हीं चॉल और गलियों में बने हैं। विद्यालयों के निर्माण की स्थिति भी ठीक नहीं है। विद्यालय के सामने खेल का मैदान होना और स्कूल भवन का अच्छा होना, इन नियमों का पालन भी नहीं किया जाता है।
ठाणे महानगर पालिका के शिक्षा अधिकारी बालासाहेब रक्शे ने कहा कि हमने अनधिकृत स्कूलों की सूची प्रकाशित की थी, स्कूलों को भी नोटिस भेजा गया है। जल्द ही नियमानुसार स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वहीं शिकायतकर्ता अब्दुल मन्नान अब्दुल राशिद काजी ने बताया कि महानगर पालिका द्वारा केवल स्कूलों की सूची प्रकाशित की जाती है। किसी भी स्कूल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। स्कूलों को लेकर शिकायत की गई है, इसके बाद भी विद्यालय बदस्तूर जारी है।