नवाब मालिक को सरकार में शामिल करने को लेकर दोनों उपमुख्यमंत्री आमने – सामने 

Spread the love

नवाब मालिक को सरकार में शामिल करने को लेकर दोनों उपमुख्यमंत्री आमने – सामने 

फडणवीस के लेटर पर अजित पवार बोले पहले नवाब मलिक का स्टैंड जानना जरूरी

योगेश पाण्डेय – संवाददाता 

मुंबई – राकांपा नेता नवाब मलिक के अजित गुट में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं, अजित पवार महाराष्ट्र के महा युति गठबंधन में शामिल है और राज्य के उपमुख्यमंत्री की भूमिका निभा रहे हैं। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार को लेटर लिखकर नवाब मलिक को गठबंधन में शामिल न करने की मांग की थी। लेटर को लेकर अजित पवार बोले हमने महा युति अलायंस 2 जुलाई को ज्वाइन किया था। नवाब मलिक पहली बार विधानसभा आए हैं, पहले नवाब मलिक का स्टैंड जानना जरूरी है। इसके बाद ही मैं राकांपा अजित पवार गुट का रुख बताऊंगा।

राकांपा शरद पवार गुट की वर्किंग प्रेसिडेंट सुप्रिया सुले ने कहा था कि भाजपा अब भारतीय जुमला पार्टी में बदल गई है। उन्होंने अजित पवार गुट को फंसाया है। मैंने वह लेटर पढ़ा और जिस तरह से नवाब मलिक की बेइज्जती की गई है वह गलत है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि मुझे फडणवीस का लेटर मिला है। नवाब मलिक के आधिकारिक रूप से ऐलान करने के बाद ही मैं अपनी बात रख सकूंगा। विधानसभा में कौन किस ओर बैठेगा इसका फैसला मैं नहीं करता हूं, यह फैसला स्पीकर करते हैं।

दरअसल फडणवीस ने कहा था कि नवाब मलिक पर दाऊद से कनेक्शन के आरोप हैं। यह केस अभी चल रहा है और वो मेडिकल बेल पर बाहर हैं। मैं जानता हूं कि आपकी पार्टी में कौन शामिल होगा, कौन नहीं, इसका फैसला आप करेंगे। लेकिन मुझे लगता है कि नवाब मलिक का आपकी पार्टी से जुड़ना अलायंस को नुकसान पहुंचा सकता है। महाविकास अघाड़ी सरकार में नवाब मलिक मंत्री थे। गिरफ्तार होने के बावजूद वे मंत्री बने रहे थे। लेकिन हमारा अलायंस मवीआ की तरह नहीं है।

गुरुवार 7 दिसंबर को नवाब मलिक महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शामिल हुए और सत्ता पक्ष की तरफ बैठे गए, इससे पहले वह अजित पवार गुट के ऑफिस में भी गए थे। इसके बाद से ही कयास लगाए गए कि नवाब मलिक अजित पवार गुट में शामिल होने जा रहे हैं। इसे लेकर शिवसेना उद्धव गुट के नेता अंबादास दानवे और सुषमा अंधारे ने नवाब मलिक पर हमला बोलते हुए कहा कि मलिक ने खुद तय नहीं किया कि वह बागी हैं या शरद पवार गुट से जुड़े हैं। इन कयास को लेकर नवाब मलिक बोले मैं राकांपा में ही हूं और हमारे बीच कोई बंटवारा नहीं हुआ है, हम सब एक है।

मलिक को 23 फरवरी 2022 को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया था। मलिक पर आरोप है कि उन्होंने कुर्ला में गोवावाला कंपाउंड की एक जमीन के लिए कथित तौर पर भगोड़े घोषित अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके साथियों से पैसों का लेनदेन किया। 11 अगस्त 2023 को सेहत खराब होने की वजह से सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी थी, वे 18 महीने तक जेल में रहे।

9 नवंबर 2021 को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से रिश्ते का सनसनीखेज खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम के गैंग से जमीनें खरीदीं। ये जमीनें मुंबई बम ब्लास्ट के आरोपियों की हैं।

देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि सरदार शाह वली खान और हसीना पारकर के करीबी सलीम पटेल के नवाब मलिक के साथ व्यवसायिक संबंध हैं। इन दोनों ने नवाब मलिक के रिश्तेदार की कंपनी सॉलिडस कंपनी को मुंबई के एलबीएस रोड पर मौजूद करोड़ों की जमीन कौड़ियों के दाम में बेची थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Right Menu Icon