कदम और कीर्तिकर की मध्यस्थता में उलझें मुख्यमंत्री, गद्दारी तक पंहुचा मामला
उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट को लेकर शिंदे गुट के दोनों नेताओं में तू तू – मैं मैं, कीर्तिकर अपने बेटे के खिलाफ तो कदम अपने बेटे के लिए चाहते हैं सीट
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – राज्य में एक लोकसभा सीट को लेकर शिंदे गुट के दो नेताओं में जारी खिंचतान ने मुख्यमंत्री की परेशानी बढ़ा दी है। मामला मुंबई की उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट का है, जहां शिंदे गुट के दोनों नेताओं गजानन कीर्तिकर और रामदास कदम के बीच इस सीट को लेकर घमासान जारी है। अनुभवी नेता और इस लोकसभा सीट से दो बार सांसद गजानन कीर्तिकर इसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं, जबकि रामदास कदम की भी नजर इसी सीट पार है और वह अपने बेटे सिद्धेश कदम को यहाँ से उम्मीदवार बनाना चाहते हैं।
रामदास कदम ने कहा कि गजानन कीर्तिकर ने कहा था कि वह अपनी बढ़ती उम्र के चलते अब चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, लेकिन ज़ब उद्धव गुट द्वारा उनके बेटे अमोल कीर्तिकर को इस लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा कर दी गई तब वह फिर से जवान कैसे हो गये। क्या आपकी अपने बेटे के लिए शिंदे से टिकट लेने की मंशा है, क्योंकि आप और आपका बेटा दोनों एक ही कार्यालय से काम करते हैं। कदम ने कहा कि वह अपने बेटे सिद्धेश के लिए टिकट नहीं मांगेंगे। बता दें कि गजानन कीर्तिकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से जुड़े हैं, जबकि उनके बेटे अमोल कीर्तिकर अभी भी शिवसेना युबीटी के साथ हैं। वहीं रामदास कदम शिवसेना के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यमंत्री हैं और उनके दूसरे बेटे योगेश कदम दापोली से विधायक भी हैं।
दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग इतनी बढ़ गई कि गजानन कीर्तिकर ने रामदास कदम को गद्दार तक कह दिया। रामदास कदम ने मंगलवार को मुख्यमंत्री जे आधिकारिक आवास पर मुलाक़ात कर पुरे घटनाक्रम का ब्योरा दिया। शिंदे से मुलाक़ात के बाद कदम ने कहा कि कीर्तिकर के साथ मामला उनके मिडिया में बात करने के पहले ही सुलझ जाना चाहिए था। कदम ने यह भी कहा कि उन्हें गजानन कीर्तिकर के उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से कोई समस्या नहीं है। कदम और कीर्तिकर पर तंज कसते हुए शिवसेना युबीटी के नेता अनिल परब ने कहा कि दोनों नेताओं ने खुद को और अपनी गद्दारी को साबित कर दिया है। परब ने जोर देकर कहा है कि उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से अमोल कीर्तिकर ही शिवसेना युबीटी के उम्मीदवार होंगे और उनकी जीत भी पक्की है।