औरंगजेब के शासन में धार्मिक वस्तुओं पर जजिया कर लगाया जाता था, अब भाजपा ने रामलला पर टैक्स लगा दिया है – संजय राऊत
मध्य प्रदेश में केंद्रीय गृहमंत्री के रामलला के मुफ्त दर्शन वाले बयान पर भड़के संजय राऊत। कहा क्या रामलला केवल भाजपा के हैं?
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – शिवसेना ठाकरे गुट के फायर ब्रांड सांसद संजय राऊत ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दिए हुए आश्वासन पर जमकर टिप्पणी की है। जिसमें अमित शाह मे मध्य प्रदेश में फिर से भाजपा सरकार बनने पर मुफ्त अयोध्या के रामलला के दर्शन का वादा किया है। इस वादे का हवाला देते हुए संजय राऊत ने आरोप लगाया कि क्या यदि भाजपा मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव हार जाएगी तो रामलला के दर्शन कराने के लिए पैसे लेगी?मोदी सरकार द्वारा रामलला पर भी टैक्स लगाने का आरोप लगाया है। वह मंगलवार को मिडिया से बात कर रहे थे।
संजय राउत ने कहा कि अमित शाह मध्य प्रदेश में फिर से भाजपा सरकार आने पर नागरिकों को मुफ्त में रामलला के दर्शन कराने का वादा कर रहे हैं। भाजपा कहती है यह फ्री है, वह फ्री है, अब रामलला भी फ्री हैं। रामलला देश और पूरी दुनिया के हैं, हालांकि वे रामलला का इस्तेमाल चुनाव प्रचार में कर रहे हैं। क्या इसका मतलब यह है कि अगर मध्य प्रदेश के लोग भाजपा को हरा देंगे तो क्या वे रामलला के दर्शन करने वाले मध्य प्रदेश के लोगों को रोक देंगे?
संजय राऊत ने आगे कहा कि अगर आप भाजपा को वोट देंगे तो आपको रामलला के दर्शन फ्री में मिलेंगे, नहीं तो पैसे देने होंगे, देश में दर्शन नहीं होंगे। मोदी सरकार ने रामलला पर भी टैक्स लगा दिया है। औरंगजेब के समय में धार्मिक वस्तुओं पर जजिया कर लगाया जाता था, अब भाजपा ने रामलला पर टैक्स लगा दिया है। भाजपा को इसके लिए मध्य प्रदेश के साथ ही देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं द्वारा इस तरह के बयान दिये जा रहे हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि भाजपा रामलला की मालिक बन गयी है? या रामलला ने भाजपा को अपना एजेंट नियुक्त किया है। यह बहुत ही गंभीर मुद्दा है, यदि चुनाव आयोग वास्तव में जीवित है तो उन्हें इस मुद्दे पर भाजपा के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, संजय राउत ने केंद्रीय चुनाव आयोग को चुनौती देते हुए कहा।