नीलेश राणे आउट, तो रविंद्र चव्हाण इन
सिंधुदुर्ग से रविन्द्र चव्हाण के लोकसभा लड़ने की अटकलें तेज, नीलेश राणे से मिले रविन्द्र चव्हाण
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
कल्याण – डोंबिवली से विधायक और कैबिनेट मंत्री रवींद्र चव्हाण ने नमो रमो नवरात्रि डांडिया और गरबा का आयोजन किया। इस अवसर पर रवींद्र चव्हाण ने कहा कि हम देशभर में करीब 405 एनडीए सांसद चुनना चाहते हैं, इनमें से एक सांसद कल्याण लोकसभा से भी होना चाहिए और इसके लिए आप सभी को सहयोग करना चाहिए। आप हर बार सहयोग करते रहे हैं, लेकिन इस बार यह मार्जिन बड़ा होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और देवेन्द्र फडणवीस ने हम सभी से यह अनुरोध किया है। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश के बाद सबसे अधिक सांसद देने वाला राज्य है। रवींद्र चव्हाण ने कहा कि इसके लिए आप और हम मिलकर साथ काम करेंगे।
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के सुपुत्र और रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा के पूर्व सांसद नीलेश राणे ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने का फैसला किया है। दशहरे के दिन उन्होंने ‘एक्स’ (ट्विटर) के जरिए अपने फैसले की घोषणा की। इस फैसले का सिंधुदुर्ग जिले में बड़ा असर देखने को मिला। नीलेश राणे से मिलने के लिए कणकवली में कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा, इतना ही नहीं कई कार्यकर्ता मुंबई से कणकवली के लिए भी रवाना हों गये। कुडाल नगर पंचायत के दो नगरसेवक अभिषेक गावड़े और प्राजक्ता शिवलकर ने तो अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
पूर्व सांसद नीलेश राणे के राजनीतिक संन्यास की घोषणा के बीच ऐसी चर्चा है कि रवींद्र चव्हाण अब सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि रवींद्र चव्हाण ने अभी तक इस बारे में अपनी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इन सभी चर्चाओं के बीच बुधवार सुबह अचानक रवींद्र चव्हाण- नीलेश राणे से मिलने उनके जुहू स्थित अधीश बंगले पर पहुचे। रवींद्र चव्हाण और नीलेश राणे के बीच लगभग तीन घंटे तक चर्चा हुई, इसके बाद नीलेश राणे, रवींद्र चव्हाण के साथ कार में बैठ कर निकल गये। हालांकि ये दोनों वास्तव में कहां गए और उनके बीच क्या चर्चा हुई, इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल सकी है।
दशहरे के अवसर पर नीलेश राणे ने ‘एक्स’ (ट्विटर) से संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि मैं सक्रिय राजनीति से हमेशा के लिए अलग हो रहा हूं, अब राजनीति में कोई रुचि नहीं रही | इसका कोई अन्य कारण नहीं है। पिछले 19 से 20 वर्षों में आप सभी ने मुझे बहुत प्यार दिया है। बिना किसी कारण मेरे साथ रहने के लिए मैं आप सभी का बहुत आभारी हूं। भाजपा में बहुत प्यार मिला और भाजपा जैसे महान संगठन में काम करने का मौका मिला। राणे ने ‘एक्स’ पर कहा मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे राजनीती से बहुत कुछ सीखने को मिला और कुछ साथी हमेशा के लिए परिवार का हिस्सा बन गए। मैं जीवन में सदैव उनका ऋणी रहूँगा।