केडीएमसी प्रशासन की अनूठी पहल, धुल भरी सड़कों की सफाई योजना पर जोर |

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केडीएमसी प्रशासन की अनूठी पहल, धुल भरी सड़कों की सफाई योजना पर जोर |

केंद्र सरकार द्वारा 15वें वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि से धूल शमन मशीनों की खरीद, सीएनजी से चलने वाली भारत की पहली प्रदुषण मुक्त मशीन। सड़कों और पेड़ों पर जमी धुल को साफ करने में मददगार 

योगेश पाण्डेय – संवाददाता 

कल्याण – कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका क्षेत्र में धूल से होने वाले प्रदूषण में जबरदस्त वृद्धि देखी गयी है और सड़कों पर बड़ी मात्रा में धूल के चलते होने वाली बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण महानगर पालिका प्रशासन की ओर से केंद्र सरकार द्वारा 15वें वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि से धूल शमन मशीनें खरीदी गई हैं। दिलचस्प बात यह है कि चूंकि यह मशीन सीएनजी से चलेगी, इसलिए इससे किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं होगा। हालाँकि अधिकांश महानगर पालिका प्रशासन द्वारा शमन मशीनों का उपयोग किया जाता है, लेकिन वे डीजल पर चलती हैं। केडीएमसी ने सीएनजी से चलने वाली मशीन खरीदी है और केडीएमसी प्रशासन का दावा है कि यह भारत की पहली प्रदुषण मुक्त मशीन है।

शहर की सफाई के साथ-साथ शहर में प्रदूषण को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने 15वें वित्त आयोग के जरिए 100 करोड़ का फंड मंजूर किया है और इस फंड से ज्यादा से ज्यादा प्रदूषण मुक्त वाहन खरीदने का आदेश दिया है। इस फंड से प्रशासन की ओर से केडीएमटी की इलेक्ट्रिक बसें खरीदी गई हैं और ठोस कचरा विभाग के लिए 13 सीएनजी चलित घंटा गाड़ियां खरीदी गई हैं। चूँकि शहर में प्रदूषण को कम करने के लिए धूल की मात्रा को कम करना आवश्यक है, इसलिए इस निधि से धूल शमन मशीन खरीदने का निर्णय लिया गया। केडीएमसी प्रशासन ने न्यूनतम लागत पर दो मशीनें खरीदी हैं और इस मशीन से शहर में परीक्षण भी किया जा चुका है, लेकिन मशीन अभी तक लॉन्च नहीं हुई है और संभावना है कि इसकी लॉन्चिंग नवरात्रि में की जाएगी। इन दोनों मशीनों को कल्याण और डोंबिवली शहर के अग्निशमन विभाग को सौंप दिया गया है। इन मशीनों को अग्निशमन विभाग, प्रदूषण विभाग और ठोस अपशिष्ट विभाग के समन्वय से संचालित किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि इस मशीन से शहर की सड़कों और पेड़ों पर जमी धूल को साफ किया जा सकेगा और इस मशीन को रोजाना किन सड़कों पर घुमाया जाएगा, इसकी योजना भी जल्द ही बनाई जाएगी। साथ ही चूंकि ये मशीनें सीएनजी से चलती हैं, इसलिए प्रशासन का दावा है कि इनसे प्रदूषण भी नहीं होगा।

इससे पहले ठोस अपशिष्ट विभाग के लिए केडीएमसी से छोटी सीएनजी चलित घंटा गाड़ियां खरीदी गई हैं और इन गाड़ियों के लिए सीएनजी आपूर्ति के लिए एक एजेंसी नियुक्त की गई है और शमन मशीनों के लिए सीएनजी की आपूर्ति इसी एजेंसी के माध्यम से की जाएगी। इस बीच सिटी इंजीनियर अर्जुन अहिरे ने बताया कि इन मशीनों को जल्द ही सेवा में लाया जाएगा और इन प्रदूषण मुक्त मशीनों के माध्यम से शहर को धूल प्रदूषण से मुक्त करने का लक्ष्य है।

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