ड्रग माफिया ललित पाटिल और मंत्री दादा भूसे के कनेक्शन पर विपक्ष ने सरकार को घेरा

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ड्रग माफिया ललित पाटिल और मंत्री दादा भूसे के कनेक्शन पर विपक्ष ने सरकार को घेरा

नाना पटोले, सुषमा अंधारे, रविन्द्र धंगेकर के आरोपों के बाद मंत्री दादा भूसे पर सांसद संजय राऊत हुए आक्रामक। जाँच एजंसियों से शिकायत कर मामले की जाँच कराने की किया मांग

योगेश पाण्डेय – संवाददाता 

मुंबई – ड्रग माफिया ललित पाटिल के भाई भूषण पाटिल की नासिक में एक फैक्ट्री है, पुलिस ने इस फैक्ट्री से 300 करोड़ रुपये का मेफेड्रोन जब्त किया था। संरक्षणमंत्री के आशीर्वाद के बिना यह फैक्ट्री नहीं चल सकती। इसलिए ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने मांग की है कि इस मामले में शिंदे गुट के मंत्री दादा भुसे की जांच की जानी चाहिए। ललित पाटिल और दादा भुसे के कनेक्शन पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, विधायक रवींद्र धंगेकर और सुषमा अंधारे ने भी ललित पाटिल और दादा भूसे के कनेक्शन क़ो लेकर टिप्पणी की है |बिना सबूत के ये लोग ऐसे आरोप नहीं लगाएंगे। इसलिए संजय राउत ने सवाल उठाया है कि क्या मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फड़णवीस इस मामले की जांच कराएँगे? वह बुधवार को मुंबई में मीडिया से बात कर रहे थे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संजय राउत ने ललित पाटिल मामले को लेकर दादा भुसे पर जमकर हमला बोला। आरोप है कि शिंदे गुट के एक मंत्री ने ललित पाटिल को ससून अस्पताल से भागने में मदद की, इस मामले में कई लोगों ने खुलेआम दादा भुसे का नाम लिया है। इसलिए दादा भुसे को मंत्री पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। नासिक में ललित पाटिल के भाई भूषण पाटिल की दवा फैक्ट्री पर छापा मारा गया, पालकमंत्री के आदेश के बिना यह फैक्ट्री नहीं चल सकती। क्या इस ड्रग मनी से दादा भूसे को बड़ी आर्थिक मदद मिली? ललित पाटिल मामले में दादा भूसे का क्या संबंध है? ललित पाटिल ने दादा भुसे को अब तक कितने खोखे दिए? प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय राउत ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि बड़ी रिश्वत के चलते दादा भूसे इस दवा फैक्ट्री को संरक्षण दे रहे थे? साथ ही मैं इस संबंध में केंद्रीय जांच एजेंसी, नारकोटिक्स कंट्रोल सेल और पुलिस में शिकायत दर्ज कराऊंगा। राज्य के एक मंत्री की ड्रग रैकेट में संलिप्तता गंभीर विषय है। संजय राउत ने कहा कि इसके लिए दादा भूसे को इस्तीफा देना चाहिए, अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि दादा भूसे इस पर क्या जवाब देंगे।

कसबा से कांग्रेस विधायक रविंद्र धंगेकर ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिंदे गुट के एक मंत्री ने ड्रग तस्करी मामले के आरोपी ललित पाटिल को ससून अस्पताल में भर्ती कराने के लिए अधिष्ठाता डॉ. संजीव ठाकूर क़ो फोन कर निर्देश दिया। इस मामले में संस्थापक डॉ.संजीव ठाकुर सहित यहां के डॉक्टर दोषी हैं और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए। धंगेकर ने मंगलवार को ससून सर्वोपचार अस्पताल का दौरा किया। सबसे पहले उन्होंने कैदियों के वार्ड नंबर 16 का निरीक्षण किया और फिर अधीक्षक से चर्चा की।

ललित पाटिल के अस्पताल से भागने के मुद्दे पर विधायक रवींद्र धंगेकर बी.जे.मेडिकल कॉलेज के संस्थापक डाॅ. संजीव ठाकुर पर निशाना साधते हुए ललित पाटिल मामले पर आक्रमक भूमिका लेते हुए धंगेकर ने कैदीयों की बीमारी के बारे में जानकारी मांगी। हालांकि ठाकुर ने जवाब दिया कि इस तरह की जानकारी नियमानुसार नहीं दी जाती है। धंगेकर प्रशासन से नाराज थे और कह रहे थे कि कैदियों की जानकारी क्यों छिपाई जा रही है? कैदी नौ महीने तक अस्पताल में कैसे रहते हैं? कैदी को दाखिल किए जाने पर आपके द्वारा दाखिल किए गए दस्तावेज़ दिखाएं। कैदियों को क्या उपचार प्रदान किया जाता है? क्या आपने नौ महीने तक मरीज की देखभाल की? मटका किंग दो साल से क्या इलाज करा रहा था? चार दिन हो गये पत्र भेजा, अब तक उत्तर कैसे नहीं आया? क्या आपने पैसों से ललित पाटिल को मैनेज किया? आप इस विषय पर बात क्यों नहीं करते? ऐसे कई सवाल धंगेकर ने अस्पताल के अधिकारियों से पूछे

तथापि, चार दिन पहले अस्पताल प्रशासन को पत्र भेजकर ललित पाटिल पर किए जा रहे इलाज की जानकारी मांगी गई थी, हालांकि प्रशासन ने अभी तक जानकारी नहीं दी है। किस नियम के तहत आप जन प्रतिनिधि को जानकारी नहीं देते हैं? यदि नहीं तो लिखित में दें। उन्होंने कहा कि वह आगामी शीतकालीन सत्र में इस मुद्दे पर विधानसभा में सवाल पूछेंगे। इस बारे में अधीक्षक व डॉक्टर कुछ नहीं कहते, तो क्या नौ महीने तक पैसों से ललित पाटिल की देखभाल की गई? ऐसा ही एक सवाल इस बार धंगेकर ने उठाया है।

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