वर्क फ्रॉम होम के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी
साकीनाका पुलिस ने किया गिरोह का भंडाफोड़, ठगी करने वाले 6 लोगों को गिरफ्तार कर आगे की जाँच में जुटी पुलिस
योगेश पाण्डेय – संवाददाता
मुंबई – साकीनाका पुलिस ने अंशकालिक और घर से काम कर कमाई के नाम पर विभिन्न कार्य टास्क देकर वित्तीय धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने अपराध में शामिल छह ठगों प्रदीप राजभर, शिवम सिंह, पृथ्वीराज चौहान, संदीप यादव, विश्वास चौरसिया, निखिल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पृथ्वीराज बैंक खाते उपलब्ध कराने का काम करता था।
अंधेरी की एक गृहिणी को उसके मोबाइल फोन पर सोफिया नाम की महिला का संदेश मिला। यह संदेश एक डिजिटल कंपनी और एक अच्छे अंशकालिक नौकरी के अवसर के माध्यम से बताया गया। सन्देश में कहा गया कि वीडियो को सब्सक्राइब कर रिव्यू देने का टास्क दिया जाएगा, गृहिणी इससे सहमत हो गई क्योंकि वह घर से काम करना चाहती थी। शुरुआत में कुछ कार्यों के लिए उसे पेमेंट भी किया गया, इसके बाद पेड टास्क के नाम पर गृहिणी से लाखों रुपये की ठगी कर ली गई। साकीनाका पुलिस थाने में मामला दर्ज होने के बाद उपायुक्त दत्ता नलावडे के मार्गदर्शन में वरिष्ठ निरीक्षक गबाजी चिमटे की टीम में उपनिरीक्षक सुनील चव्हाण, गणेश गायकर, गणेश धनावड़े, सीमा काशिद की टीम ने जांच शुरू की। तकनीकी विश्लेषण के दौरान आरोपियों के बारे में अहम जानकारी पुलिस के हाथ लग।
पुलिस ने संदीप यादव को नालासोपारा से ढूंढ निकाला, और उससे पूछताछ में पृथ्वीराज चौहान का नाम आने पर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों से पूछताछ में प्रदीप, शिवम, विश्वास और निखिल के बारे में जानकारी मिली। पृथ्वीराज इस पुरे ठगी का मास्टरमाइंड है और उसने अन्य लोगों को 5 से 10 हजार रुपये देकर ये खाते खोले थे। यह दिखावा किया गया था कि खाते का उपयोग ट्रेडिंग के लिए किया जाता है। पृथ्वीराज को प्रत्येक खाते के लिए पांच हजार रुपये का कमीशन मिलता था। वह दुबई में जालसाजों को यूजर आईडी और पासवर्ड मुहैया कराता था।
पुलिस जांच में पता चला है कि इस गैंग का मुख्य सूत्रधार साइबर चोर दुबई से नेटवर्क को संचालित करता है। एक दिन के लिए रखे गए बैंक खाते में पैसा जमा होते ही, साइबर चोर तुरंत क्रिप्टोकरेंसी के जरिए रकम उड़ा लेते थे। गिरफ्तार पांचों लोगों के खाते में आठ से 10 लाख रुपये जमा होने की जानकारी सामने आई है। साकीनाका पुलिस मामले में आगे की जाँच कर रही है।