सुलग उठा मराठा आरक्षण का मुद्दा। मराठा आंदोलनकारीयों ने जालना में फूंकी एसटी बस 

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सुलग उठा मराठा आरक्षण का मुद्दा। मराठा आंदोलनकारीयों ने जालना में फूंकी एसटी बस 

राज्य के तीन जिलों बिड़, संभाजी नगर और जालना में धारा 144 लागु, इंटरनेट सेवा तत्काल प्रभाव से ससपेंड 

योगेश पाण्डेय – संवाददाता 

मुंबई – मराठा आंदोलन के प्रदर्शनकारियों ने अंबड तालुका के तीर्थपुरी शहर में छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर एक स्टेट ट्रांसपोर्ट बस (एसटी) को आग के हवाले कर दिया |इसके बाद महाराष्ट्र स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और जालना में बस सर्विस को रोक दिया है। बीड़, संभाजीनगर और जालना में शाम 4 बजे तक इंटरनेट सेवा को सस्पेंड कर दिया गया है।

वहीं मराठा आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल जालना से अपने गांव अंतरवाली सराटी लौट गए हैं। उन्हें मुंबई जाना था, लेकिन पुलिस ने कल उन्हें जालना जिले की सीमा में ही रोक रखा था। मनोज को उनके स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर पुलिस ने रोका था, देर रात वे जालना जिले के भांबोरी गांव में ही रुके थे।

देर रात से सुबह के बीच पुलिस ने जरांगे पाटिल के करीबियों को हिरासत में लेना शुरू किया। शैलेंद्र पावर और बालासाहेब इंगले सहित श्रीराम कुरणकर को हिरासत में लिया है। इस बीच मनोज जारंगे पाटिल ने ऐलान किया कि दोपहर 12 बजे से फिर से मुंबई के लिए रवाना होंगे।

इसके बाद गांव में भारी पुलिस बंदोबस्त तैनात किया गया। वहीं, बड़ी संख्या में मराठा आंदोलनकारी भी पहुंचना शुरू हो गए। जालना में बढ़ते तनाव को देखते हुए जिले में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने धारा 144 लगा दी, साथ ही लोगों के एक साथ जमा होने पर पाबंदी लगाई है।

मनोज जरांगे ने रविवार को आंतरवाली सराटी गांव में आंदोलन को लेकर बैठक बुलाई। इसमें जरांगे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा कि अकेले देवेंद्र फड़णवीस ही मराठा समुदाय को आरक्षण मिलने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि फडणवीस अगर आपको मेरी बलि चाहिए तो मैं तैयार हूं। अगर आप मुझे मारने की साजिश रच रहे हैं, तो मैं भूख हड़ताल पर मरने के बजाय आपकी चौखट पर मरने के लिए तैयार हूं। ये लोग मराठाओं को ख़त्म करना चाहते हैं। इसमें मुख्यमंत्री शिंदे के लोग हैं और अजित पवार के दो विधायक हैं। ये देवेन्द्र फडणवीस की साजिश है, मैं आपका जीना मुश्किल कर दूंगा।

इसके बाद एकनाथ शिंदे ने प्रेस कान्फ्रेंस में फड़णवीस का समर्थन करते हुए कहा कि जरांगे की भाषा राजनीतिक लग रही है, उनकी मांगें बदलती जा रही हैं। ऐसा लग रहा है जैसे कोई उनको शब्द लिखकर दे रहा है, उनका यूं आरोप लगाना महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कह हा कि मराठा आरक्षण को लेकर हमने जो वादा किया था वो पूरा किया। कुछ लोग राज्य में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। जरांगे मराठाओं के लिए प्रामाणिक भावनाओं के तहत लड़ रहे हैं। सरकार मराठा समाज के लिए सकारात्मक प्रयास कर रही है। जरांगे की सभी मांगे मानी गईं। मैं उनके हर आंदोलन में उनसे मिलने भी गया।

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